बाराबंकी: तमाशा बनी वर्दी, गिरेबान पकड़ा गालियां मिलीं

बाराबंकी। इनके हौसले वर्दी का भी लिहाज नही करते और नेटवर्क इतना तगड़ा कि एक कॉल पर पीआरवी से पहले अराजक दोस्त साथ देने आ जाएं। एक ऐसा ही मामला हाइवे के पल्हरी चौराहे पर हुआ जिसमें तमाशा पुलिस खुद बन गई। शराबी और अराजक तत्वों का झुंड दो सिपाहियों पर हावी हो गया। उनके गिरेबान पकड़े गालियां दी और पूछा कैसे तुमने हाथ उठा लिया। भीड़ के बीच पुलिस के इकबाल की धज्जियां देर तक उड़ती रहीं। फिलहाल मुकदमा दर्ज कर दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
कोतवाली शहर जिले भर में होने वाली पुलिसिंग का केंद्र समझी जाती है यहां पुलिस का अगर इकबाल कायम है तो अन्य थानों की भी हनक धमक को ऑक्सीजन मिलती रहती है लेकिन एक अरसे से मुट्ठी से रेत की तरह अपने इकबाल को खो रही शहर की पुलिस को अराजक तत्वों ने हाथ मे आईना पकड़ा दिया। हुआ यूं कि बीती रात शराब की दुकाने बंद होने से पहले पल्हरी इलाके से एक मॉडल शाप के पास से पुलिस को सूचना मिली कि यहां शराबी हंगामा कर रहे है। शहर पुलिस चौकी के चीता ड्यूटी वाले सिपाही सर्वेश और शोभनाथ यहां पहुंच गए।
बताते है कि यहां बिगड़ा माहौल देखकर सिपाही में टोका टाकी कि तो संदीप नामक युवक बिफर पड़ा। उसने सिपाहियों को ही रौब में लेने की कोशिश की तो अपनी किरकरी होते देख सिपाही ने एक थप्पड़ जड़ दिया। यही थप्पड़ खाने के बाद संदीप ने एक फोन किया और आनन फानन वहां उसके अन्य साथी पहुंच गए। अब यहां पूरी तस्वीर पलट गई संदीप और उसके अराजक दोस्त सिपाहियों पर इस तरह हावी हुए कि बीच सड़क पर उनका गिरेबान पकड़ा गया गालियां बरसाई और धक्का मुक्की होने लगी। सहम चुके सिपाही अपने बचाव के लिए नरम पड़ गए थे और सामने वाला पक्ष हावी होता गया।
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हाइवे पर हुए इस पूरे तमाशे के कुछ वीडियो भी बने और वायरल भी हुए। इस वीडियो में पुलिस का बैक फुट पर जाना और युवकों का लगातार आक्रामक होना साफ दिखाई देता है। काफी देर तक चले इस तमाशे से हाइवे पर वाहन हॉर्न बजाते खड़े रहे छोटे वाहन दाएं बाए से निकले। एक बात साफ हो गई थी अराजक तत्वों के झुंड में सिपाही अगर शांत न होते तो बात उनके हाथ से निकल जाती।
फिलहाल किसी तरह हालात सम्भले तो दोनो सिपाही कोतवाली आ सके। यहां शोभनाथ सिंह की ओर से संदीप समेत 5 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसमे संदीप निवासी देवा और अमित निवासी जिला अस्पताल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके बाकी साथियों की तलाश की जा रही है।
एसपी को देना पड़ा बयान
कोतवाली और उसकी शहर चौकी पुलिस के लिए ये घटना क्या मायने रखती हो ये तो वही जानें लेकिन शहर में बीच सड़क पर वर्दी के इकबाल को ठेस पहुंचने पर एसपी को बोलना पड़ा। उन्होंने कहा कि शराब के नशे में झगड़े की सूचना पर सिपाही गए थे वहां उनसे अभद्रता हुई वर्दी पर हाथ डालने की कोशिश हुई। दो लोगों को जेल भेजा गया है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं जो व्यवस्था या पुलिस पर हाथ उठाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आसान नही शहर चौकी का मायाजाल समझना
इसकी रखवाली एक पटरी दुकानदार करता है अंदर पड़ी कुर्सी पर अगर कोई गुंडा विराजमान मिले तो ताज्जुब न करिये। सिपाहियों में भी गुटबाजी है सुलह कराकर अपना उल्लू सीधा करना इनकी प्राथमिकता है।
जी हां यही ढर्रा है शहर चौकी के कामकाज का। जल्द ही चौकी के नए भवन का उद्घाटन किया गया था। अफसरों ने जनसहयोग को सराहा था। रंगे पुते भवन में नई कुर्सी मेज के साथ यहां काम शुरू हो गया। लेकिन कामकाज का ढर्रा नही बदल सका। शाम होते ही जमावड़े वाले इलाकों में कभी कोई गश्त नही दिखती। मुख्य सड़क छोड़कर गलियों से चीता नहीं गुजरती। सिपाहियों की फ्रेंड लिस्ट में शामिल युवक मनबढ़ हो गए है मारपीट बेफिक्र होकर करते है ये सोचकर कि मामला सम्भाल लेंगे। यहां ओवरहालिंग न हुई तो शायद ऐसे तमाशे और हो सकते है।