पूरे शहर में फैला है कार बाजार का कारोबार, ट्रैफिक व्यवस्था को दे रहा चुनौती

0

लखनऊ (संदेशवाहक न्यूज़ डेस्क)। राजधानी में ट्रैफिक (Traffic) जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। व्यवस्था सुधारने के लिए ट्रैफिक विभाग प्रयास कर रहा है। दूसरी ओर नगर निगम भी शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने का दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत इससे उलट है। अतिक्रमण अभियान (Trespassing drive) के नाम पर छोटे दुकानदारों, ठेले-खोंमचे वालों को निशाना बनाया जाता है लेकिन फुटपाथ और सड़क पर गाड़ी खड़ी कर करोड़ों का व्यापार करने वाले कार बाजार वालों पर किसी की नजर नहीं जा रही है।

लखनऊ शहर (Lucknow City) के निराला नगर, रिंग रोड, चिनहट फैजाबाद रोड, इन्दिरा नगर, बादशाह नगर, महानगर चौराहा, कपूरथला, लालबाग, गोमती नगर, शाहनजफ रोड हजरतगंज, पिकनिक स्पॉट रोड, सीतापुर रोड समेत शहर के लगभग सभी क्षेत्रों में कार बाजार देखें जा सकतें हैं। जिनके चार पहिया वाहन फुटपाथ और सड़क पर खड़े किए जाते हैं। इसका सीधा असर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था (Traffic system) पर पड़ रहा है।

वहीं फुटपाथ और सड़क पर अतिक्रमण के कारण लोगों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। आमजन, नौकरी-पेशा वाले, प्रशासनिक अफसर, मरीज को ले जाती एम्बुलेंस (Ambulance) समेत राजनेता तक को जाम की समस्या से रोजना जूझना पड़ता है। भले शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नो-पार्किंग जोन से वाहन उठाने के लिए नगर निगम और ट्रैफिक विभाग की क्रेन संचालित हैं। जिन पर रोजाना हजारों का डीजल खर्च हो रहा है। बावजूद इसके शहर में अवैध कार बाजार चलाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। लम्बे समय से ऐसे बाजारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

बता दें कि यह हाल तब है जब ट्रैफिक पुलिस लगातार नियमों को तोड़ने वालों का ई-चालान कर रही है।