चालक परिचालक की मर्जी से, यात्री बेहाल

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कानपुर। परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते रोडवेज बस के चालक व परिचालक अपनी मर्जी से बसो का रूट तय करते है किस रूट से बस को गंतव्य दूरी तक पहुचांना है। जिससे परिवहन विभाग को लाखो रूपये का चूना लग रहा साथ ही यात्री बेहाल नजर दिखते है। कानपुर मे झकरकट्टी बस अड्डा होने के कारण सभी जिलो व प्रदेशो के लिए बस आसानी से मिल जाती है लेकिन उनके सरकारी रूट तय होने के कारण बसो को उन्ही रूट से निकालकर हाइवे पर जाने की अनुमति होती है लेकिन चालक परिचालक शार्ट रास्ता अपनाते है ऐसे मे यात्री घंटो बस का इंतजार करके थक कर अन्य वाहनो से अपनी यात्रा पूरी करते है और बसे खाली अपने गंतव्य स्थान को जाती जिससे प्रतिदिन परिवहन विभाग को लाखो रूपये का नुकसान होता है।

कानपुर से लखनऊ मार्ग के लिए सैकड़ो बसे जो यशोदा नगर वाई पास से होकर रामादेवी हाइवे से जाना होता है। जिस कारण सुवह से शाम तक यात्रियो की भीड़ बस का इंतजार करती है वह यशोदा नगर वाई पास 5 किलोमीटर का रन अप न करके सीधे सियोड़ी पुल से निकाल कर रामादेवी हाइवे पहुंच जाते है। जिससे ज्यादातर बसे खाली बनी रहती है दूसरी तरफ यात्रियों से पूरा भाड़ा रूट के हिसाब से लिया जाता है। जिससे यात्रियो को पूर्ण सुविधा न मिलने के साथ किराया ज्यादा देना पडता है इन सब चीजो से परिवहन विभाग के अधिकारी कानो मे तेल डालकर सारा तमाशा देखा करते है।