छात्रा ने इलाज के लिए पत्र लिख मांगी मदद, CM योगी ने भेज दिए 9.90 लाख रुपए

लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बीमार छात्रा की चिट्ठी पर देर रात अपना दफ्तर खुलवा दिया। दरअसल, मामला कुछ ऐसा है कि गोरखपुर के कैम्पियरगंज के मछलीगांव की रहने वाली छात्रा मधुलिका मिश्रा के ह्रदय के दोनो वाल्व खराब हैं। इलाज में 9.90 लाख रुपये का खर्च आना है। जिसके लिए छात्रा ने मुख्यमंत्री से मदद के लिए पत्र लिखा था।
क्या है पूरा मामला
मधुलिका के किसान पिता राकेश चंद्र मिश्रा बेटी का इलाज कराने में असमर्थ थे। तब मधुलिका ने सीएम और पीएम से गुहार लगाई। मधुलिका की मां की बचपन में ही मौत हो चुकी है। 2 भाई पढ़ाई करने के साथ पिता के खेती किसानी में हाथ बटांते हैं। सीएम योगी को जब छात्रा का पत्र मिला तो उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इसकी स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी।
सीएम योगी के निर्देश पर बीजेपी के 2 कार्यकर्ता छात्रा के घर गए और वहां से पूरा इस्टीमेट लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा। कागज पहुंचते ही मुख्यमंत्री ने पैसों का इंतजाम करते हुए छात्रा के पिता को खुद चिट्ठी लिखकर इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने चिट्ठी में लिखा, मुझे यह समाचार प्राप्त हुआ कि आपकी पुत्री कुमारी मधुलिका मिश्रा के हृदय के दोनों वाल्व खराब हो गए हैं, जिसकी शल्य चिकित्सा होनी है। लेकिन धनाभाव के कारण वह संभव नहीं हो पा रही है।
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योगी योगी ने आगे लिखा, आपको अवगत कराना है कि आपकी बेटी बीएड छात्रा कुमारी मधुलिका मिश्रा के हृदय की शल्य चिकित्सा के लिए मेदान्ता अस्पताल द्वारा प्रदत्त इस्टीमेट के अनुरूप कुल धनराशि 9.90 लाख रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीनकोष से स्वीकृत की गई है। आशा है कि इस धनराशि से उसकी शल्य चिकित्सा सकुशल सम्पन्न होगी और वह शीघ्र ही स्वस्थ होकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकेगी।
किसान परिवार में खुशी की लहर
मुख्यमंत्री की चिट्ठी मिलते ही परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री को पूरा परिवार धन्यवाद दे रहा। मेदांता अस्पताल ने छात्रा के वॉल्व बदलने के लिए 9.90 लाख रुपये के इंतजाम करने के साथ ही 24 अगस्त को ऑपरेशन करने की डेट दे दी है।