मुंबई में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात, 1974 का रिकॉर्ड टूटा-सड़कों पर चलने लगी नाव

मुंबई. लगातार हो रही बारिश से पूरे मुंबई शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुंबई, ठाणे और पालघर में गुरुवार को भी बारिश का रेड अलर्ट है। राहत और बचाव के लिए महाराष्ट्र में 20 टीमें तैनात की गई हैं। सिर्फ मुंबई में ही 5 टीमें लगी हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों से घर से नहीं निकलने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री ठाकरे से बात कर हालात पर चर्चा की।
बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। कोलाबा में पिछले 12 घंटे में 293.8 मिमी बारिश हुई। इससे पहले कोलाबा में अगस्त महीने में 1974 में रिकॉर्ड 262 मिमी बारिश हुई थी। मुख्यमंत्री ठाकरे ने बीएमसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की। मुंबई में पूरी रात एनडीआरएफ की टीम फंसे लोगों को निकालने का काम करती रहीं।
- Advertisement -
बारिश से मुंबई के ये इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित
फोर्ट, चर्चगेट, मरीन ड्राइव, गिरगांव, ब्रीच कैंडी, पेडर रोड, हाजी अली जैसे इलाकों में जल-जमाव हो गया है। चर्नी रोड में विल्सन कॉलेज के सामने, गिरगांव, बाबुलनाथ एरिया, बालकेश्वर एरिया में सड़कों पर पानी भरा रहा। इनमें से कई इलाकों में बिजली चली गई। जेजे अस्पताल के कैजुअल्टी वार्ड में पानी घुस गया है। दक्षिण मुंबई के कुछ अस्पताल भी बारिश का पानी भरने की खबर है। जसलोक अस्पताल की इमारत की कुछ टाइल्स गिर गईं।
प्रधानमंत्री ने किया हरसंभव मदद का वादा
बुधवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की और मुंबई में बारिश से बिगड़े हालातों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने ठाकरे को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
ट्रेनों में फंसे यात्रियों को निकाला गया
एनडीआरएफ और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने दो लोकल ट्रेनों में फंसे 290 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे समेत दर्जनों अन्य लोग यहां ईस्टर्न फ्रीवे पर ट्रैफिक में करीब साढ़े तीन घंटे फंसे रहे। वे यहां यशवंतराव चव्हाण केंद्र में एनसीपी नेताओं की बैठक में शामिल होने जा रहे थे।
कोविड-हेल्थ सेंटर में घुसा पानी
भायंदर पूर्व में बने प्रमोद महाजन कोविड हेल्थ सेंटर का सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था। इस सेंटर में करोड़ों रुपए की लागत के साथ एक अस्थायी शेड बनाया गया है, जिसमें दवाइयां और अन्य मेडिकल उपकरण लगे हैं, लेकिन कुछ घंटे की बारिश के बाद इसमें भी पानी घुस गया और यहां भर्ती मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा।
पालघर में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाया गया
महाराष्ट्र की पालघर ग्रामीण पुलिस ने जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति के बीच 22 लोगों को बचा लिया। इनमें 5 साल की एक बच्ची भी शामिल है, जो पेड़ पर चढ़ गई थी और 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक वहीं फंसी रही।