गहलोत कैंप के विधायकों को प्लेन से जैसलमेर किया गया शिफ्ट, विधानसभा सत्र शुरू होने तक वहीं रहेंगे

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जयपुर. राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के सभी विधायक जयपुर से प्लेन से जैसलमेर भेज दिए गए। सभी विधायक पिछले 18 दिन यानी 13 जुलाई से जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में ठहरे थे। गहलोत ने 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। जैसलमेर में विधायकों को किसी रिसॉर्ट में रुकवाया गया है। विधानसभा सत्र शुरू होने तक एमएलए वहीं रहेंगे। बता दें, राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त से सत्र की मंजूरी दी है।

बसपा विधायकों पर गहलोत का भाजपा से सवाल

गहलोत ने ट्वीट कर लिखा- BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में 6 विधायक मर्जर कर गए कांग्रेस में वो मर्जर गलत है, तो फिर BJP का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया, मैं पूछना चाहता हूं? राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है?

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भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा ने सरकार पर हमला किया। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा, अगर कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है तो विधायकों को कैद क्यों किया जा रहा है?

हॉर्स ट्रेडिंग के डर से शिफ्ट किए गए विधायक
सचिन पायलट समेत 19 विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने विधायकों को 13 जुलाई को जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में शिफ्ट कर दिया था। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सभी विधायक अपने काम होटल से ही कर रहे थे।

सूत्रों की मानें तो खरीद-फरोख्त से बचने के लिए विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया गया है। जयपुर में विधायकों का अपने परिवार के सदस्यों से मिलना-जुलना जारी था। ऐसे में आशंका थी कि इन्हें हॉर्स ट्रेडिंग का जरिया बनाया जा सकता है।

वहीं, होटल के मालिक भी लगातार ईडी के निशाने पर हैं। फेयरमॉन्ट होटल में ईडी ने तलाशी ली थी। विधायकों ने भी होटल बदलने की मांग उठाई थी।

गहलोत ने कहा- अनलिमिटेड हो गई है विधायकों की कीमत
मुख्यमंत्री गहलोत ने बागियों पर हमला करते गुरुवार को कहा था, जो लोग गए हैं, पता नहीं उनमें से किस-किस ने पहली किश्त ले ली है? कइयों ने पहली किश्त नहीं ली। उन्हें वापस आना चाहिए। जिस रात से विधानसभा सत्र की तारीख तय हुई, उसी रात से विधायकों के पास फोन आने लगे। हॉर्स ट्रेडिंग के लिए विधायकों के रेट भी बढ़ गए हैं। पहले 10, 15, 25 करोड़ की कीमत थी, अब अनलिमिटेड है। अमित शाह को सरकार गिराने के इरादे छोड़ देने चाहिए।

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