काकोरी में ऐतिहासिक शिव मंदिर हो रहा बदहाल, 240 वर्षो से है अधिक पुराना

0

लखनऊ। पुरातत्व विभाग तमाम ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने में जुटा हुआ है,बावजूद इसके ऐतिहासिक और नवाबी धरोहरों के गढ़ लखनऊ से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित काकोरी में लगभग 244 वर्षो से भी अधिक प्राचीन ऐतिहासिक शिव मंदिर उपेक्षा का शिकार है। नवाब आसिफुद्दौला के समय में लखौरी ईंटो से बना हुआ यह मंदिर और ऐतिहासिक पुल अपनी दुर्दशा को देख कर आंसू बहा रहा है।

एतिहासिक काकोरी के गोला कुआं हरदोई रोड पर स्थित बेहता नदी का पुल और प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण नवाब आसिफुद्दौला के शासनकाल में वर्ष (1775-1798) ई.में उनके प्रधानमंत्री टिकैत राय ने कर वाया था। मंदिर के निर्माण में पूर्णतया लखौरी ईंटों का इस्तेमाल व चूने के मसाले से प्लास्टर व अलंकरण भी कराया गया था।

काकोरी के निवासी ओम प्रकाश अवस्थी ने बताया कि “शिव मंदिर के बगल में बनी सड़क से वर्षो पहले तमाम गाड़ियां का आने जाने का प्रमुख रास्ता था। हरदोई रोड वाला पुल बनने के बाद से वाहनों का आना जाना इधर से बंद हो गया था। अब इस पुल की देखरेख न होने से पुल जर्जर होता जा रहा।इस पुल का निर्माण नवाबों के समय में हुआ था। भगवान शिव के मंदिर में हमेशा की तरह आज भी पूजा होती है और सावन में यहां लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ भी होती है। लेकिन देखरेख के अभाव में मंदिर की दशा दिन प्रति दिन और बदतर होती जा रही है।

पुरातत्व विभाग कर रहा है अनदेखी

काकोरी के भलिया गांव निवासी ज्ञानेंद्र सिंह (ज्ञान) बताते है की शिव मंदिर की देखरेख के लिए चौकीदारों की नियुक्त तो है,लेकिन चौकीदार कभी कदार ही आते हैं।साथ ही शिव मंदिर में साफ-सफाई भी नही होती है मंदिर के आस पास कूड़े के ढेर लगे है। मंदिर में फर्श टूटी है साथ ही दिवारों का प्लास्टर भी उखड़ने लगा है।

खंडित शिवलिंग की हो रही पूजा

करीब 4 वर्ष पूर्व शिव मंदिर में चोरी हुई थी। चोरों ने खजाने के लालच में शिवलिंग को खोद डाला था। जिसके बाद शिवलिंग खंडित हो गई थी,तब से आज तक उसी खंडित शिवलिंग की पूजा पाठ हो रही है।

बड़ा ही मनमोहक है यंहा का नज़ारा

शिव मंदिर के ठीक बगल से मन मोह देने वाली बेहता नदी बहती है,पानी की कल कल करती आवाज कानो में अपनी अलग ही मोह लेने वाली आवाज पहुँचा रही होती है।मंदिर में दर्शन करने से पहले लोग नदी में अपने हाँथ पैर धोकर उसके बाद पूजा अर्चना करते हैं।इसके साथ ही आस पास कि हरियाली अति मन मोह लेने वाली हैं।