आज जिंदा होते kanpur में मारे गए 8 पुलिसकर्मी, CO को पहले ही हो गया था अंदेशा

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kanpur. के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात सीओ बिल्हौर समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में सोमवार को एक बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल, मुठभेड़ के दौरान बदमाशों की गोली का शिकार हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा (devendra mishra) की एक चिट्ठी सामने आई है, जो करीब तीन महीने पहले कानपुर kanpur के तत्कालीन एसएसपी को लिखी गई थी। चिट्ठी में देवेंद्र ने चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के बीच मिलीभगत होने का अंदेशा जताया था। यही नहीं उन्होंने चेताया था कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी घटना हो सकती है।

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…तो क्या विकास दुबे को बचा रहा था विनय तिवारी

सीओ बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा ने 14 मार्च 2020 को तत्कालीन एसएसपी को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने विकास दुबे के खिलाफ लूट, हत्या और अन्य संगीन मामलों में 150 केस दर्ज होने के बाद कार्रवाई करने की मांग की थी। इसके अलावा यह भी लिखा था कि एसओ चौबेपुर अपराधी विकास दूबे के बचाव में कुछ भी करने को तैयार हैं। लेटर में लिखा था, अपराधी विकास दुबे के खिलफ कार्रवाई करने के लिए एसओ चौबेपुर को निर्देश दिया गया था। कारण जनता में उसके खिलाफ शिकायत करने का साहस नहीं है। लेकिन एसओ ने कोई कार्रवाई नहीं की। अपराधी के खिलाफ एसओ का रवैया सहानुभूति भरा है। उनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध है। बता दें, सीओ ने एसओ पर भी कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन एसएसपी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

मुखबिरी के शक में पहले ही सस्पेंड हो चुका है विनय तिवारी

मुठभेड़ के दौरान जब शिवराजपुर व बिठूर थाने की पुलिस के साथ सीओ देवेंद्र मिश्र बदमाशों से लोहा ले रहे थे तो चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी फरार हो गए थे। उन पर दबिश से पहले विकास दुबे को सूचना देने का आरोप है। एसटीएफ ने पूछताछ भी की, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

शहीद सीओ की बेटी ने कही ये बात

वहीं, आप पार्टी के सासंद संजय सिंह ने सोमवार को देवेंद्र मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने पूरे घटनाक्रम को साजिश करार देते हुए देवेंद्र मिश्रा का लेटर भी ट्वीट किया। इस मौके पर शहीद सीओ देवेंद्र की बेटी वैष्णवी मिश्रा ने कहा, मैं अपने पिता के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दूंगी। मैं मेडिकल परीक्षा की तैयारी कर रही थी, लेकिन अब मैं भी एक पुलिस अधिकारी बनूंगी और अपने पिता की तरह देश की सेवा करूंगी।

https://en.wikipedia.org/wiki/Vikas_Dubey