बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर विधायक ने साझा किया दर्द, 200 परिवारों को वितरित किया राहत सामग्री

गोण्डा। घटते जल स्तर के बीच ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, लेकिन दुश्वारियां अभी कम नहीं हुई हैं। इलाके के 34 मजरों के 780 परिवार अभी भी बाढ़ की ज़द में हैं और पानी घरों में घुसा हुआ है। रविवार को बाढ़ चौकी ऐली परसौली पहुंचकर तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पांडेय ने बाढ़ पीड़ितों का दर्द साझा करते हुए 200 परिवारों को राहत किट प्रदान की।
तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पाण्डेय ने कहा कि सरकार की मंशा अनुसार सभी बाढ़ पीड़ितों को सहायता पहुंचाई जायेगी। सरकार सभी बाढ़ पीड़ितों के साथ है। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कटान पीड़ितों के खाते में जल्द से जल्द आर्थिक सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। विधायक ने ग्राम वासी सुरजीत सिंह की मांग पर अंधेरे में रह रहे 780 परिवारों को मिट्टी तेल मुहैया कराने का आश्वासन दिया। बाढ़ चौकी पर मौजूद एसडीम तरबगंज राकेश कुमार ने बताया कि 34 मजरों के लगभग 780 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
इन सभी को राहत किट का वितरण किया जा रहा है। मिट्टी के तेल के लिए उच्चाधिकारियों से मांग की गई है। बाढ़ चौकी पर उपस्थित लोगों ने पिछले वर्ष कटान व अग्नि पीड़ितों को सहायता न मिलने की बात उठाई, तो एसडीएम राकेश कुमार ने कहा कि इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी और हरहाल में सहायता दिलाई जाएगी। राहत सामग्री वितरण में कानूनगो राम अछैबर सिंह के साथ लेखपाल राम शंकर ओझा, अंकित कुमार, संजय वर्मा अपनी टीम के साथ जुटे हुए हैं। रविवार को स्वास्थ्य कर्मचारी नदारद दिखे।
अधिकारियों की लापरवाही से नहीं मिला मुआवजा
वर्ष 2018 में सोनौली मोहम्मदपुर में भिखारीपुर सकरौर तटबंध टूटने के बाद ऐली परसौली सहित आधा दर्जन गांवों में बाढ़ की तबाही देखने को मिली थी, जिसमें किसानों की फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई थीं। सरकार ने उन्हें फसल का मुआवजा देने की बात कही थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से अब तक किसानों को उनका मुआवजा नहीं मिल सका, जबकि शासन द्वारा दो बार बजट का आवंटन किया जा चुका है।