उपचार में देरी के कारण हो रही ज्यादा मौतें : चिकित्सा मंत्री

झांसी। मंत्री चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश जय प्रताप सिंह ने गुरुवार को जिले की कई अस्पतालों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वीकारा कि उपचार में देरी होने के कारण कोविड-19 के मरीजों की मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ा है।
इसके लिए उन्होंने बीती शाम यहां पहुंचकर स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन भी किया है। कोरोना से जनपद में हो रही मौत को कंट्रोल करने के लिए एंटीजन टेस्ट शुरु किया जा रहा है। टेस्टिंग में और तेजी लाई जा रही है ताकि मरीज को पहली ही स्टेज में पकड़ा जा सके। गुरुवार को मंत्री जयप्रताप सिंह पहले रेलवे हॉस्पिटल पहुंचे जहां 100 बेड का एल-1 हाॅस्पिटल शुरू किया जा रहा है।
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इसमें गुरुवार से मरीजों को भर्ती करने का काम किया जाएगा। उन्हें 158 सीरियस मरीजों के मेडिकल काॅलेज में भर्ती होने के बारे में जानकारी दी गई। मीडिया से मुखातिब होते हुए मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज और पैरामेडिकल में एक्स्ट्रा बेड की व्यवस्था भी की गई है। नाॅन कोविड मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
जिला अस्पताल का निरीक्षण
मंत्री जय प्रताप सिंह ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में इमरजेंसी सेवाएं ओपीडी ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल नहीं रोके जाएंगे। नाॅन कोविड मरीजों को भी पूरी सुविधाएं मिलें इसका ध्यान दिया जाना चाहिए।
मौतें रोकने के लिए हाउस टू हाउस सर्वे
मंत्री जय प्रताप सिंह ने एंटीजन टेस्टिंग के निर्देश देते हुए कहा कि हाउस टू हाउस सर्वे में जो ब्लॅड प्रेशर,डायबिटीज, हार्ट, किडनी जैसे असाध्य रोगों से ग्रस्त है। उनका टेस्ट पहले किया जाए ताकि उन्हें बचाया जा सके।
भ्रमण के दौरान मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि जनपद में कोविड एल-1 हॉस्पिटल में सुविधाएं बेहतर हो और नॉन सिस्टेमेटिक मरीजों को वहां रखा जाए। उन्होंने जनपद में तैयार एल-1 हॉस्पिटल की जानकारी ली और कुल कितने बेड हैं तथा कितने मरीजों को वहां अभी रखा गया है के विषय में जानकारी ली।
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मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि एल-1 हॉस्पिटल में मरीजों को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जाएं। उन्हें समय से भोजन उपलब्ध हो तथा साफ-सफाई बेहतर हो। उन्होंने कहा कि पहले मरीजों को ऑक्सीमीटर से जांच लें तभी इलाज प्रारंभ करें ताकि इलाज में सुविधा हो सके।
घनी बस्तियों में पहले कराया जाएगा एंटीजन टेस्ट
जनपद में कोविड-19 प्रभावित नगर के 15 मोहल्ले हैं जहां से पॉजिटिव केस निकल रहे हैं। यह सभी क्षेत्र घनी बस्ती और सकरे रास्ते में है। इन्हीं मोहल्लों में गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को हाउस टू हाउस सर्वे में चयनित किया है। अधिकतर मरीज बिल्कुल आखिरी समय में अस्पताल आते हैं। साथ ही वह डायबिटीज, किडनी, टीबी आदि रोगों से ग्रस्त भी थे। ऐसे गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों का एंटीजन टेस्ट जल्द किया जाएगा ताकि उनको बचाया जा सके।
वैक्सीन के सवाल पर बोले मंत्री,एक्सपर्ट का मामला
मीडिया के वैक्सीन बन पाने की तिथि पूछे जाने पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि ये मामला उनका नहीं है। ये एक्सपर्ट बता सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह जरुर बताया कि वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है।
मुख्यमंत्री आंकड़े बताने में विश्वास रखते हैं, छुपाने में नहीं
कांग्रेस सरकार द्वारा कोरोना के आंकड़े छुपाए जाने के सवाल पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जब विश्वव्यापी बीमारी के समय पूरी दुनिया एक है,ऐसे में राजनीति करना ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सभी आंकड़ों को सार्वजनिक करने में विश्वास रखते हैं छुपाने में नहीं।