गांवो में भी लोग करने लगे दो गज की दूरी का पालन
मोहनलालगंज, लखनऊ (संदेशवाहक न्यूज)। वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए गांवों की जनता भी अब बचाव हेतु मास्क, सेनेटाइजर के प्रयोग के साथ—साथ दो गज की दूरी का पालन शुरू कर चुकी है। ताकि कोरोना की वैश्विक महामारी को बढ़ने से रोका जा सके।
वहीं ग्राम प्रधानों व सचिवों सहित अन्य समाजसेवी लोग गांवों में पहुंच कर गांवों को सेनेटाइज कराने का कार्य कर रहे है। ताकि गांवों में कोरोना का संक्रमण न फैल पाए और ग्रामीण जनता इस कोरोना की वैश्विक महामारी से बच सके। वही गांवों में खेतों में काम करने वाले किसान व अन्य मजदूर अपने अपने मुंह पर मास्क व गमछा का प्रयोग कर खेती बाड़ी का कार्य कर रहे हैं ताकि इस महामारी से निपटा जा सके।
पुरूषों से दो कदम आगे ग्रामीण महिलाएं
वही गांवों में रहने वाली सभी बहन बेटियों सहित अन्य महिलाएं भी इस कोरोना की महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लापरवाह लोगों को टोकने लगी है कि मास्क लगा के बाहर निकला करो। सेनेटाइजर का प्रयोग करते रहो। भीड़भाड़ वाली जगहों से बचो। दो गज की दूरी का पालन करते हुए देश हित में सभी लोग इस कोरोना की वैश्विक महामारी से खुद बचो और दूसरों को भी बचाओ।
बुजुर्ग भी कोरोना की महामारी को लेकर जागरूक
यही नहीं अब गांवों के बुजुर्ग भी झुंड लगाकर नहीं बैठते। उनके भी मुंह पर मास्क लगा होता है। घर व परिवारों के सभी छोटे बड़े लोगों को सरकारी गाइडलाइन का पालन करने की नसीहत देते नहीं थकते। युवा वर्ग गांवों में सभी सम्मानित बड़े बुजुर्गों की बात का सम्मान करते हुए दो गज की दूरी के साथ साथ मास्क व सेनेटाइजर का प्रयोग करना नहीं भूलते।
अन्यथा ककुवा की कड़ी फटकार के आगे सभी की बोलती बंद हो जाती है। उनके कड़े तेवरों के आगे किसी की एक नहीं चलती और यही प्रमुख कारण है कि गांव अभी भी कोरोना की इस वैश्विक महामारी से काफी हद तक बचे हुए हैं। वही शहरों की दशा तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से लेकर सोशल मीडिया व समाचार पत्रों प्रमुखता से होती है। लिहाजा कोरोना की महामारी से निजात पाने के लिए गांव के लोग भी अब पीछे नहीं रहे।