विकास की बाट जोह रहे ग्राम पंचायत परसदा के बाशिंदे

आर्यनगर, गोण्डा (संदेशवाहक न्यूज)। यूं तो सरकार विकास को प्रत्येक व्यक्ति, घर और प्रत्येक गांव तक पहुंचाए जाने का दावा करती है, किंतु रूपईडीह की एक ग्राम पंचायत ऐसी भी है, जहां सरकार के सारे दावे और इरादे झूठे साबित हो जाते हैं। हम बात कर रहे हैं रूपईडीह की ग्राम पंचायत परसदा की, जो ब्लॉक मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर बहराइच जनपद से सटी हुई है।
ग्राम पंचायत परसदा के मजरा अचलापुर बरगदही के लोगों ने गांव में विकास कार्य न कराए जाने को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि सरकार तरह-तरह के दावे कर रही है, किंतु वास्तविकता इससे बिल्कुल उलट है। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है, वहीं अचलापुर बरगदही के लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
प्रधान की उदासीनता के चलते लोगों को शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी जूझना पड़ रहा है। गांव के अनिरुद्ध पांडेय का कहना है की जिले की सबसे आखिरी में हमारा गांव पड़ता है। इसलिए कोई अधिकारी भी जांच पड़ताल के लिए नहीं आता। प्रधान से गांव में विकास कार्य कराए जाने की बात कही गई किंतु वह नजरअंदाज कर देते हैं। बदले में कहते हैं कि वह एक पार्टी से जुड़े हुए हैं और जिले की राजनीति में सक्रिय हैं, इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।