पूरब के ऑक्सफोर्ड यानी इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में होगी ऑनलाइन लर्निंग

प्रयागराज (संदेशवाहक न्यूज़ डेस्क)। कोरोना काल ने शिक्षा के तौर-तरीकों में आमूल-चूल बदलाव किए हैं। ऑनलाइन लर्निंग ऐसी ही पहल है। पूरब के ऑक्सफोर्ड यानी इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) ने नए शैक्षणिक सत्र 2020-21 में ऑनलाइन पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। इस संबंध में मंगलवार को नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया। यह व्यवस्था मुख्य कैंपस समेत सभी संघटक महाविद्यालयों में लागू होगी।
कोरोना महामारी के दौर में ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का निर्णय
इस बार कोरोना के चलते वार्षिक और सेमेस्टर परीक्षा स्थगित होने की वजह से शिक्षण व्यवस्था बेपटरी है। नए सत्र में कक्षाओं का संचालन को लेकर असमंजस था। कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी की अध्यक्षता में तीन जुलाई को सभी संकायों के डीन के साथ बैठक हुई। इसमें वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सर्वसम्मति से ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का फैसला लिया गया। इविवि समेत सभी 11 संघटक कॉलेजों में पहली बार ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी।
लर्निंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर से 55 हजार को फायदा
अकेले इविवि में तकरीबन 30 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इसके अलावा 11 संघटक महाविद्यालयों में करीब 25 हजार विद्यार्थी हैं। विवि कैंपस में कुल 15 अध्ययन केंद्र में बंद पड़े चार केंद्रों को छोड़कर सभी 11 केंद्रों में भी ऑनलाइन पढ़ाई होगी। इसके लिए लर्निंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। ऑनलाइन कंटेंट केवल उन्हीं विद्यार्थियों को उपलब्ध हो सकेगा, जो पंजीकृत होंगे। इविवि के सभी 315 शिक्षकों को सॉफ्टवेयर पर कंटेंट और वीडियो अपलोड करने होंगे। इसके लिए 15 जुलाई तक का वक्त दिया गया है।
विद्यार्थियों का डेटा बैंक बनाएगा इविवि
कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी ने चारों संकाय के डीन को निर्देश दिया है कि वह विद्यार्थियों का डेटा बैंक तैयार करें। इसके लिए विद्यार्थी का नाम, मोबाइल नंबर और ई-मेड आइडी ली जाएगी। नए सत्र में दाखिले की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नवप्रवेशियों के लिए भी ऑनलाइन कक्षाओं का प्रारूप 17 अगस्त तक तैयार कर लिया जाएगा।
खास बातें
- 30 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं अकेले इविवि में।
- 25 हजार के करीब विद्यार्थी महाविद्यालयों में हैं।
- 11 संघटक कॉलेजों में भी नई व्यवस्था लागू होगी।
- 04 संकाय के 34 पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन कक्षाएं।
- 315 शिक्षकों के भरोसे ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन होगा।