सब्जी और फलों के जूस पीने से नही होती है ये बिमारी

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हेल्थ डेस्क। आज की व्यस्त दिनचर्या और प्रदूषण के कारण छोटी-मोटी बीमारीयों से अधिकाशं लोग ग्रसित होते हैं, जिसका डॉक्टरों से इलाज करवा रहे हैं। इन बीमारियों का इलाज आपके किचन में ही मौजूद है, लेकिन आपको इसकी जानकारी नहीं हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे फल और सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप कई तरह की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। कौन सी सब्जियों और फलों के जूस को किस बीमारी में और कैसे प्रयोग करना है इसके बारे में हम आपको बता रहे हैं

किस बीमारी में कौन सा जूस आएगा काम

1. भूख न लगने पर: आपको भूख नहीं लगती है या आप बहुत कम खाना खाते हैं तो इस समस्या को दूर करने के लिए आप रोज सुबह उठकर एक गिलास नींबू पानी पिएं। वहीं खाने से पहले अदरक को पीसकर सेंधा नमक के साथ खाने से भी ये समस्या दूर होती है।

2. रक्तशुद्धिः अगर आपका रक्त ठीक से शुद्ध नहीं हो पाता तो आप कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आपको नींबू, गाजर, गोभी, चुकन्दर, पालक, सेब, तुलसी, नीम और बेल के पत्तों का रस पीना चाहिए। बेल का रस पीना पेट से जुड़ी सभी बीमारियों के लिए अच्छा माना जाता है।

3. दमाः लहसुन, अदरक, तुलसी, चुकन्दर, गोभी, गाजर का रस या भाजी का सूप या फिर मूंग की दाल का सूप दमा के मरीजों के लिए अच्छा माना जाता है। इसके आलावा बकरी का शुद्ध दूध भी इसमें लाभ पहुंचाता है।

4. हाई ब्लड प्रेशर: हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को गाजर, अंगूर, मोसम्मी और ज्वार का रस पीना चाहिए। इससे हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को मानसिक और शारीरिक रूप से आराम मिलता है।

5. लो ब्लड प्रेशर: इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को मीठे फलों के रस का सेवन करना चाहिए, लेकिन खट्टे फलों का जूस बिल्कुल भी न पिए। इस बीमारी में अंगूर और मोसम्मी का रस या फिर दूध भी लाभदायक है।

6. पीलियाः पीलिया के मरीजों के लिए अंगूर, सेव, रसभरी, मोसम्मी का जूस पीना फायदेमंद साबित होगा। अगर आपके पास अंगूर नहीं है तो लाल मुनक्के और किसमिस का पानी पी सकते हैं। गन्ने को चूसकर उसका रस पी सकते हैं। साथ ही केले में 15 ग्राम चूना लगाकर कुछ समय रखकर फिर खायें तो फायदा होगा।

7. मुहांसों के दागः चेहरे पर दाग और मुहांसे किसी को भी पसंद नहीं होते हैं। गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी और पालक का रस पीने से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

8. एसीडिटीः त्योहारी सीजन में कई तरह का और ज्यादा पकवान खाने से एसिडिटी की समस्या हो जाती है। इस समस्या को गाजर, पालक, ककड़ी, तुलसी का रस, फलों का रस पीकर दूर किया जा सकता है। इस समस्या में अंगूर मोसम्मी और दूध भी लाभदायक है।

9. कैंसरः गेंहूं के हरे ज्वारे के साथ गाजर और अंगूर का रस काफी काम आता है। कैसर के रोगियों को इसका सेवन करना चाहिए।

10.अल्सरः इस समस्या पर अंगूर, गाजर, गोभी का रस पीना सही रहेगा। सर्दी-कफः मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी, गाजर का रस, मूंग अथवा भाजी का सूप पीना भी फायदेमंद होगा।

11. ब्रोन्काइटिसः इस समस्या को दूर करने के लिए पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी, मूंग का सूप पीना चाहिए. इस बीमारी में स्टार्चवाली खुराक वर्जित है।

12. पीरियड्स से संबंधित परेशानियां: महिलाओं में इस तरह की परेशानियां अधिकांश देखने को मिलती हैं। ऐसे में अंगूर, पाइनेपल और रसभरी का जूस पीना फायदेमंद साबित होगा।

13. आंखों की रोशनी के लिए: कंप्यूटर और मोबाइल पर दिन भर काम करने या देखने से आंखों की रोशनी कम होती है। ऐसे में गाजर का रस और हरे धनिया का रस पीना अच्छा उपाय है।

14. वजन बढ़ाने के लिएः बहुत सारे लोग अपनी उम्र और हाइट के हिसाब से दुबले -पलते होते हैं अगर वो लोग अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं तो उनको पालक, गाजर, चुकन्दर, नारियल और गोभी के जूस को मिक्स करके पीना चाहिए। दूध, दही, सूखा मेवा, अंगूर और सेवों का रस पीना भी अच्छा रहेगा।

15. पथरीः पेट में पथरी के कारण दर्द बहुत होता है। पथरी के रोगी पत्तों वाली भाजी न खाएं। उनके लिए ककड़ी का जूस पीना श्रेष्ठ होगा। सेब और गाजर या कद्दू का जूस भी पीने से भी लाभ मिलेगा।