घरों में लगे बिजली मीटर को चेक करने के बहाने, फिंगरप्रिंट लेकर उड़ा देते थे खातों से हजारों

बाराबंकी। लॉकडाउन में धोखाधड़ी का नया पैंतरा खोज निकाला। घर मे लगे बिजली के मीटर को चेक करने या ठीक करने का बहाना बनाते फिर कार्रवाई के जाल में फंसने से बचने के लिए उनसे वही ऑनलाइन पेमेंट के लिए राजी कर लेते। इसके बाद पहले तो 500 निकालते लेकिन बाद में दस हजार की चपत लगा देते। इस गिरोह में मॉरीशस से नौकरी छोड़कर लौटे एक युवक के साथ जन सेवा केंद्र चलाने वाले दो युवक शामिल हैं। इनके पास कई बिजली के मीटर बायोमीट्रिक मशीन आदि बरामद हुई है। तीनो जालसाज पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।
मामला हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र का है
अमलिहारा गांव निवासी रामधनी की पत्नी धनराजा के घर पर दो दिन पूर्व बाइक से तीन युवक आये और विद्युत मीटर चेक करने लगे। इसी बहाने उसका आधार कार्ड लेकर एक मशीन पर अंगूठा लगवाया। इसके बाद बैंक ऑफ इण्डिया शाखा हैदरगढ़ में उसके खाते से 10 हजार रुपये निकाल लिए। रकम निकलते ही मैसेज धनराजा के बेटे दीपक के मोबाइल पर आ गया। मां बेटे के बीच मे जब इस सम्बंध में बात हुई तो जालसाजी का पता चला। इसके बाद पुलिस को खबर दी गई। मुकदमा दर्ज हो गया।
इधर ये तीनो जालसाज युवक सक्रिय रहे। ये गांवो में रेकी कर उस घर को चुनते थे जहां महिला मिले। अपने नए शिकार पर निकले इन तीनो युवक में रिषभ तिवारी व शिवम शिवगढ़ जनपद रायबरेली व हरिकेश गिरी निवासी सोनिकपुर लोनीकटरा को काजीपुर मोड पर गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास 4 बिजली मीटर, मोबाइल, 2 थम्ब इम्प्रेशन मोरफो मशीन व एक चार्जर और 8500 रूपये बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में इनके काम करने का अनूठा तरीका बताया। ये लोग टारगेट किये गए घरों में जाकर बिजली का मीटर चेकिंग के बहाने से घर की महिलाओं से आधार कार्ड नम्बर मांग लेते हैं। ऑनलाइन पैसे देने हेतु बैंक का नाम पूछा जाता है, उसके उपरांत मोबाइल में डाउनलोड स्पाइस मनी ऐप के माध्यम से बैंक का आप्सन चुनने के बाद मोबाइल से कनेक्ट बायो मैट्रिक्स मशीन पर अंगूठे का निशान लेकर उनके खाते से पहले 500 रूपये से कम पैसे निकालते हैं। इससे अकाउंट बैलेंस का पता चल जाता है। फिर 10 हजार रुपये अपने वायलेट स्पाइस मनी पोर्टल पर ट्रांसफर कर लिया जाता है।
हाईस्कूल फेल लेकिन शातिर दिमाग वाला रिषभ तिवारी और शिवम जनसेवा केन्द्र चलाता हैं और हरिकेश गिरी लॉकडाउन के पूर्व मॉरीसस में नौकरी करता था। इन लोगो ने कई जिलों में ऐसे ही लोगों के साथ जालसाजी की। पुलिस इसका ब्यौरा जुटा रही है।