उत्तर प्रदेश: आपराधिक घटनाओं पर मायावती बोलीं, क्या यही है सरकार का रामराज्य!

लखनऊ (संदेशवाहक न्यूज़ डेस्क)। प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर बना हुआ है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा है कि क्या यही सरकार का रामराज्य है! उन्होंने बढ़ते अपराध पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ सामूहिक दुष्कर्म, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी न करने पर युवक की हत्या व उसके बेटे का हाथ तोड़ना व गोरखपुर में डबल मर्डर आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बसपा की यह मांग है।
यूपी के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी न करने पर युवक की हत्या व उसके बेटे का हाथ तोड़ना व गोरखपुर में डबल मर्डर आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) August 24, 2020
- Advertisement -
मायावती इससे पहले कह चुकी हैं कि भाजपा द्वारा केवल रामराज्य की बात करने से उत्तर प्रदेश की गरीब जनता का विकास व उत्थान आदि होने वाला नहीं है और न ही उन्हें जुल्म-ज्यादती से निजात ही मिलने वाला है बल्कि श्रीराम के उच्च आदर्शों पर चलकर सरकार चलाने से ही यह सब सम्भव हो सकता है, जिस पर यह सरकार चलती हुई नजर नहीं आ रही है।
अखिलेश यादव भी कानून व्यवस्था पर सरकार घेरा
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं। उन्होंने रविवार रात ट्वीट किया कि भाजपा सरकार में अगर गोरखपुर में हत्या, बलात्कार व अपहरण का यही हाल रहा तो शीघ्र ही मान्यवर को गोरखपुर का नाम बदलकर ‘गुनाहपुर’ करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जिनसे अपना शहर नहीं संभल रहा, वो प्रदेश क्या संभालेंगे। कोई उन्हें ज्ञान दे कि अपराध के रहते विकास नहीं हो सकता।