लोकसभा में बोले अमित शाह- मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार तैयार, लेकिन…

Sandesh Wahak Digital Desk: मणिपुर में हुई अमानवीय घटना को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है. विपक्षी पार्टियां केंद्र और राज्य की राजकर को इस मामले पर लगातार घेर रही हैं. इसी बीच सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा को तैयार है. लेकिन, विपक्ष इसके लिए तैयार क्यों नहीं है. लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच ही अमित शाह ने कहा कि मैं इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं. मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें. यह महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई पता चले.

दरअसल, मणिपुर मामले पर पहले के तीन स्थगन के बाद दोपहर 02:30 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के नेता मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करना चाहते थे. मैं सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं. मुझे नहीं मालूम कि विपक्ष संसद में चर्चा क्यों नहीं होने दे रहा है. हालांकि, शाह के इस संबोधन के बाद भी लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान की मांग करते हुए अपना विरोध जारी रखा तो स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी.

राजनाथ ने फोन पर की खड़गे से बात

इस बीच खबर है कि रक्षामंत्री और लोकसभा के उपनेता राजनाथ सिंह ने संसद में मणिपुर के विषय पर जारी गतिरोध को खत्म करने के प्रयास के तहत कांग्रेस अध्यक्ष तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से फोन पर बात की है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि रक्षा मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष को रविवार रात फोन किया था, लेकिन खड़गे ने स्पष्ट कर दिया कि विपक्ष मणिपुर के मामले पर सदन में विस्तृत चर्चा और पीएम नरेंद्र मोदी का वक्तव्य चाहता है.

विपक्षी दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले तीन दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई और अब तक न के बराबर विधायी कार्य हो सका है.

 

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