अतीक की हमसाया Shaista इस तरह बनी Lady Don

उत्तर प्रदेश के में अपराध जगत का जाना पहचाना नाम है प्रयागराज का माफिया अतीक अहमद।

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के में अपराध जगत का जाना पहचाना नाम है प्रयागराज का माफिया अतीक अहमद। अतीक जिसका जरायम की दुनिया में पदार्पण नाबालिग अवस्था में ही हो गया था। उसके ऊपर सैकड़ों आपराधिक मामले दर्ज है। लेकिन उसके आपराधिक रसूख के चलते लगभग चार दशक के बाद पहली बार कोई मामला कोर्ट में फैसले की चौखट तक पहुंचा और उसी में उम्रकैद की इसे सजा भी हो गई। इस पूरे दौर में अतीक के हमसाया के रूप में उसकी पत्नी भी साथ देती रही। पति के आपराधिक चौहद्दी से दूरदूर तक उसका कोई ताल्लुक नहीं था। लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ-साथ परिस्थितियाँ ऐसी बनती चली गई कि शाइस्ता भी आपराधिक हो गई।

समय बदला 24 फरवरी की शाम प्रयागराज में पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की नृशंस हत्या के मामले में अतीक और गुर्गों व बेटे के साथ शाइस्ता (Shaista) का नाम भी उछला जबकि बाद में संलिप्तता प्रमाणित भी हो गई।

50 हजार की इनामी है Shaista Parween

इस कांड में शामिल शूटर साबिर सहित कई कुख्यात अपराधियों के साथ शाइस्ता की तस्वीर, वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई तो लगने लगा कि जरायम पेशे में वो भी बखूबी संलिप्त हैं। यही वजह है कि पुलिस और आम जनता शाइस्ता को लेडी डान के नाम से संबोधित करने लगी है। हत्याकांड के बाद से फरार चल रही 50 हजार की इनामी शाइस्ता को अतीक के गैंग का सदस्य बनाने की कवायद शुरू हो गई है।

शाइस्ता के खिलाफ 2009 में दर्ज हुआ था पहला मुकदमा

पुलिस रिकार्ड में चकिया खुल्दाबाद निवासी माफिया अतीक की बीवी शाइस्ता के खिलाफ वर्ष 2009 में पहला मुकदमा धोखाधड़ी, कूटरचना व आर्म्स एक्ट के आरोप में कर्नलगंज थाने में लिखा गया था। उसी साल धोखाधड़ी सहित दो और मुकदमे कर्नलगंज थाने में कायम किए गए थे।

कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज

इसके बाद धूमनगंज थाने में 25 फरवरी 2023 को हत्या, जानलेवा हमला, साजिश रचने, सात सीएलए एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। यह मुकदमा उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की हत्या के बाद जया पाल की तहरीर पर कायम किया गया है। इसी मामले में शाइस्ता के अलावा उसके शौहर अतीक, बेटे, देवर खालिद अजीम उर्फ अशरफ, बेटों, शूटर गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम को नामजद किया गया है। वारदात के बाद पुलिस ने शाइस्ता (Shaista) की तलाश तेज की तो वह भाग निकली। गिरफ्तारी न होने पर उस पर पहले 25 हजार रुपये और अब 50 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया, लेकिन अब तक वो पकड़ से दूर हैं।

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