बजाज को मिला भारत की सबसे बड़ी एकीकृत चीनी मिल का पुरस्कार

Sandesh Wahak Digital Desk : बजाज समूह की कम्पनी बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड (बजाज शुगर) ने चीनी और इथेनॉल के लिए अग्रणी समाचार एवं सूचना बाजार, चीनी मंडी से ‘भारत में सबसे बड़ी एकीकृत चीनी मिल’ श्रेणी में पुरस्कार जीता है।

बजाज शुगर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित अग्रवाल को नई दिल्ली में हाल में ही सम्पन्न हुए ‘शुगर एण्ड इथेनॉल इंडिया’ 2024 संस्करण में कम्पनी की ओर से प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री पटवर्धन ने पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर बजाज शुगर के प्रबन्ध निदेशक अजय कुमार शर्मा ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस सम्मान के लिए उत्तर प्रदेश की 14 चीनी मिलों को गन्ना आपूर्ति करने वाले 5 लाख से अधिक किसानों सहित सभी कर्मचारियों और हितधारकों को हार्दिक धन्यवाद देता हूं।

उन्होंने कहा कि मैं हमारे सम्मानित समूह के अध्यक्ष कुशाग्र बजाज के सक्षम मार्गदर्शन का भी उल्लेख करना चाहूंगा। हम हमेशा महाद्वीप की सबसे बड़ी चीनी कम्पनियों में से एक थे और यह पुरस्कार दर्शाता है कि हम हैं और बने रहेंगे। भारत 2025 तक 20 प्रतिशत इथेनाल सम्मिश्रण लक्ष्य हासिल कर सकता है।

सम्मेलन में अमित अग्रवाल ने इस विषय पर पैनल वक्ता के रूप में भाग लिया। इथेनॉल के प्रति चीनी क्षेत्र के योगदान पर एक प्रश्न के उत्तर में श्री अग्रवाल ने बताया कि लम्बे समय में चीनी क्षेत्र में देश के इथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम के लिए भारी संभावनाएं हैं, क्योंकि इसमें घरेलू उपलब्धता का लाभ है। बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड के पास देश में चीनी और इथेनॉल की सबसे बड़ी स्थापित उत्पादन क्षमता है।

हमारी 14 चीनी मिलें और 6 डिस्टलरीज उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित हैं और लगभग 10,000 लोगों को रोजगार देती हैं। लगभग 5 लाख किसान हमें गन्ने की आपूर्ति करते हैं। कम्पनी की कुल गन्ना पेराई क्षमता 1.36 लाख टन प्रतिदिन और आसवन क्षमता 800 किलोलीटर प्रतिदिन है। बजाज शुगर, इथेनाॅल का अग्रणी निर्माता भी है।

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