आयकर छापों से मेंथा के सहारे 400 करोड़ की हेराफेरी का खुलासा

भारत मेंथा (Mint) का सबसे बड़ा निर्यातक है। वहीं उत्तर प्रदेश देश में मेंथा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क/मनीष श्रीवास्तव। भारत मेंथा (Mint) का सबसे बड़ा निर्यातक है। वहीं उत्तर प्रदेश देश में मेंथा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। जिसको देखते हुए बड़ी कंपनियों ने मेंथा के सहारे प्रदेश में अरबों की टैक्स हेराफेरी का नया खेल शुरू किया है। छोटी फर्मों को मात देते हुए अब इस खेल के मुखिया एनसीआर और दिल्ली (NCR and Delhi) के बड़े कारोबारी समूह हैं। यूपी के आयकर विभाग ने इस खेल पर शिकंजा कस दिया है। आयकर विभाग के 50 अफसरों की टीम ने एक साथ बाराबंकी, गाजियाबाद, संभल, मुरादाबाद और दिल्ली में कई फर्मों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारकर तकरीबन 400 करोड़ का बड़ा फर्जीवाड़ा बेनकाब किया है। ब्रोकरों के जरिये इतना बड़ा खेल देखकर आयकर अफसर भी हैरान हैं।

दिल्ली के बड़े समूह में शुमार सोहनलाल कमोडिटी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (Sohanlal Commodity Management Private Limited) के कर्ताधर्ता मेंथा (Mint) का सारा माल उत्तर प्रदेश से लेते हैं। अपने खर्चे को कम करने के लिए समूह ने अपंजीकृत फर्मों के जरिये खूब बोगस बिलिंग को अंजाम दिया है।

आयकर विभाग ने 400 करोड़ की फर्जी बिलिंग पकड़ी

लखनऊ में आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन यूनिट (Income Tax Department’s Investigation Unit) ने गोपनीय इनपुट के आधार पर पड़ताल शुरू कराई तो तीन फर्में फर्जीवाड़े में लिप्त मिली। जिसके बाद पांच शहरों के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे मारे। जिसमें अरबों की फर्जी बिलिंग और हवाला से संबंधित अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। आयकर विभाग ने करीब 400 करोड़ की फर्जी बिलिंग पकड़ी है। जिसका दायरा अभी और बढऩा तय है।

बड़े पैमाने पर Digital Data भी बरामद

वहीं हवाला रैकेट की जांच शुरू हो गई है। सोहनलाल कमोडिटी के ग्रुप सीईओ संदीप सब्बरवाल हैं। छापों के दौरान आयकर को संदिग्ध निवेश से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं। अरबों के इस फर्जीवाड़े के तार कई और फर्मों से जुड़े हैं। मुरादाबाद में कमोडिटी एक्सचेंज के चर्चित ब्रोकर के यहां भी छापे पड़े हैं। दफ्तर और घर को आयकर अफसरों ने खंगाला है। बड़े पैमाने पर डिजिटल डाटा भी बरामद हुआ है।

कमोडिटी एक्सचेंज से पहली बार Mint स्टॉक की कालाबाजारी

कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के जरिये पहली बार मेंथा के स्टॉक की कालाबाजारी का नया फर्जीवाड़ा भी सामने आया है। सोहनलाल कमोडिटी मैनेजमेंट ने फर्जी कंपनियों के जरिये मेंथा का करीब 70 फीसदी स्टॉक कालाबाजारी से हथिया लिया था। जिसको ऑफ़ सीजन में मनमाफिक कीमतों के सहारे बेचकर करोड़ों का मुनाफा कमाने की फुलप्रूफ योजना थी। आयकर छापों ने कम्पनी का पूरा खेल बिगाड़ दिया। आयकर की जांच में एमसीएक्स के जरिये हो रहेे फर्जीवाड़े में कई बड़ों की गर्दनें भी फंसेंगी। मुरादाबाद के ब्रोकर से भी आयकर को इस खेल से जुड़े अहम सुराग हाथ लगे हैं।

मीट कारोबारियों के ठिकानों पर छापों से मिले थे सुराग

आयकर विभाग ने पिछले वर्ष दिसंबर में मीट कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें करीब हजार करोड़ की हेराफेरी सामने आई थी। इसी दौरान सम्भल की फर्म से मिले गोपनीय इनपुट के आधार पर सोहनलाल कमोडिटी के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जिसके बाद आयकर ने छापेमारी की। सोहनलाल कमोडिटी के ठिकानों से हवाला के खेल से जुड़ी काफी डिटेल मिली है। आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इसकी छानबीन से बड़े पैमाने पर मनीलांड्रिंग के खेल का सामने आना तय है।

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