MDH, Everest के मसालों में एथिलीन आक्साइड है या नहीं ? FSSAI ने रिपोर्ट में किया खुलासा

FSSAI Report on MDH & Everest Spices : एमडीएच और एवरेस्ट मसालों को लेकर चल रहे विवाद के बीच भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट जारी की। FSSAI ने बताया कि ऑथराइज्ड लैब में दोनों ब्रांड के 28 सैंपलों में एथिलीन आक्साइड (ETO) का कोई निशान नहीं मिला।

नियामक ने एवरेस्ट की महाराष्ट्र और गुजरात में विनिर्माण सुविधाओं से मसालों के नौ नमूने लिए थे। वहीं, एमडीएच मसालों के 25 सैंपल दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से लिए थे। 28 सैंपल की लैब रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी हैं और उनकी जांच की जा चुकी है। वहीं, अभी बाकी के अन्य 6 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।

जांच के लिए एकत्र किए गए प्रत्येक सैंपल का क्वालिटी पैरामीटर (जैसे नमी, जीवित और मृत कीट के टुकड़े), सेफ्टी पैरामीटर (लेड, कॉपर, टिन जैसी भारी धातुएं), एफ्लाटॉक्सिन, मेलामाइन, 234 कीटनाशक अवशेष, मैक्रोबैक्टीरिया और के अनुपालन के लिए विश्लेषण किया गया था। इसके अलावा, इन नमूनों का NAB-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में ईटीओ के लिए भी विश्लेषण किया गया था।

सूत्रों ने कहा कि इसी तरह, देश भर से उठाए गए अन्य ब्रांडों के 300 से अधिक मसाला नमूनों की परीक्षण रिपोर्ट की भी पैनल द्वारा जांच की गई, जिसमें निर्णायक रूप से ईटीओ की कोई उपस्थिति नहीं होने का संकेत दिया गया।

Everest_MDH masala row

क्या है मामला ?

एमडीएच और एवरेस्ट के मसाला (MDH & Everest Spices) उत्पाद पिछले महीने तब विदेशी खाद्य सुरक्षा नियामकों की रडार पर आ गए जब सिंगापुर ने इन कंपनियों के कुछ प्रोडक्ट की ब्रिकी पर रोक लगा दी। सिंगापुर फूड एजेंसी (SFA) ने दावा किया था कि इस मसाले में एथिलीन ऑक्साइड (Ethylene Oxide) की मात्रा काफी ज्यादा है, जो कि इंसान की सेहत के लिए सही नहीं। बता दें एथिलीन ऑक्साइड एक तरह का पेस्टीसाइट है, जिसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा होता है।

सिंगापुर के बाद हांगकांग ने भी इन कंपनियों के कुछ मसालों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। इन मसालों में एमडीएच का मद्रास करी पाउडर, एवरेस्ट फिश करी मसाला, एमडीएच सांभर मसाला मिश्रित मसाला पाउडर, एमडीएच करी पाउडर मिश्रित मसाला पाउडर आदि शामिल थे।

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