मिशन गगनयान की तैयारी में ISRO, एसएमपीएस का सफल परीक्षण, अगले महीने होगा लॉन्च

Sandesh Wahak Digital Desk: मिशन चंद्रयान-3 की लगातार सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मिशन गगनयान (Mission Gaganyaan) की तैयारियों पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है. ताजा जानकारी के अनुसार, इसरो (ISRO) ने गुरुवार को इसरो प्रणोदन अनुसंधान परिसर (आईपीआरसी), महेंद्रगिरि में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (एसएमपीएस) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. एसएमपीएस ऑर्बिटल मॉड्यूल की आवश्यकताओं को पूरा करता है. हॉट टेस्ट एसएमपीएस के अंतिम कॉन्फिगरेशन में आयोजित किया गया. इसरो ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिये दी.

पहला गगनयान मिशन अगस्त में होगा लॉन्च

इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बीते महीने कहा था कि भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ अगस्त के अंत में लॉन्च किया जाएगा. वहीं, मानव रहित मिशन अगले साल लॉन्च होगा. भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) में एक कार्यक्रम के मौके पर सोमनाथ ने कहा था कि गगनयान मिशन के लिए हमने एक नया रॉकेट बनाया है, जो श्रीहरिकोटा में तैयार है. क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम को जोड़ने का काम शुरू हो गया है. मुझे बताया गया है कि इस महीने के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा और सभी परीक्षण कर लिए जाएंगे.

परियोजना के हिस्से के रूप में ‘कक्षा में मानव रहित मिशन’ अगले साल की शुरुआत में होगा. 2024 की शुरुआत में, हमारे पास कक्षा में मानवरहित मिशन होगा और वहां से इसे सुरक्षित वापस लाना है, जो तीसरा मिशन होगा. वर्तमान में हमने इन तीन मिशनों को निर्धारित किया है.

सबसे अहम चुनौती क्रू सदस्यों की सुरक्षा

सोमनाथ ने कहा था कि गगनयान के क्रू सदस्यों की सुरक्षा सबसे अहम है. इसके लिए हम दो अतिरिक्त चीजें कर रहे हैं. पहला क्रू एस्केप सिस्टम और दूसरा एकीकृत वाहन स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली. क्रू एस्केप एक पारंपरिक इंजीनियरिंग समाधान है, जिसमें कंप्यूटर पता लगाता है. वहीं, दूसरी प्रणाली अधिक बुद्धिमान है जो बिना मानवीय हस्तक्षेप के बोर्ड पर निर्णय लेती है.

 

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