‘भाजपा राज के 20 सालों में लोग गरीबी से बाहर नहीं निकल पाये’, कांग्रेस अध्यक्ष का जोरदार हमला

Sandesh Wahak Digital Desk: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी राज्य में 20 साल के शासन के बावजूद गरीबों के कल्याण की बात कर रही है, इसका मतलब है कि उसके शासन में या तो लोग गरीबी से बाहर आ गये हैं या लोग गरीब होते गये हैं। कमलनाथ ने दावा किया कि ‘दोनों ही परिस्थितियों में यह भाजपा सरकार की विफलता का परिणाम है।’ मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते रविवार को 2003-2023 तक मध्य प्रदेश सरकार का ‘रिपोर्ट कार्ड’ जारी किया, जिसमें कहा गया कि इन वर्षों में भाजपा सरकार ने सफलतापूर्वक राज्य से बीमारू श्रेणी (पिछड़ा) टैग हटा दिया है, जो उनके अनुसार कांग्रेस शासन काल की एक विरासत थी।

इस बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि ‘भाजपा ने एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया है, इसके बजाय उन्हें अपना रेट कार्ड जारी करना चाहिए था…बताना चाहिए था कि सभी चीजों की दरें क्या हैं? वो बीते 20 साल की बात कर रहे हैं… हम अगले 20 साल की।’ इस महीने की शुरुआत में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश को 50 प्रतिशत कमीशन के नियम से मुक्त करने के लिए उज्जैन में भगवान महाकाल से दैवीय हस्तक्षेप की मांग की थी।

मंगलवार की सुबह एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट में कमलनाथ ने लिखा कि ‘वो बीते 20 साल की बात कर रहे हैं… हम अगले 20 साल की। 20 साल बाद भी अगर वो ‘ग़रीब कल्याण’ की बात कर रहे हैं तो इसका सीधा मतलब ये निकलता है कि या तो भाजपा राज के 20 सालों में लोग ग़रीबी से बाहर नहीं निकल पाये या फिर नये ग़रीब बनते चले गये। इन दोनों ही परिस्थितियों में ये भाजपा सरकार की नाकामी का रिज़ल्ट है। फिर तो रिपोर्ट कार्ड में ये फेल हो गये। वो काग़ज़ पर झूठा विकास दिखा रहे हैं और हम सच्ची गारंटी लेकर आ रहे हैं। हम हर ग़रीब, किसान, मज़दूर, युवा, महिला, छोटे-बड़े कारीगर से लेकर कारोबारी तक की तरक़्क़ी को लक्ष्य बना रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि सड़क, पुल, थोथी योजनाओं के दिखावटी प्रदर्शन से तब तक कुछ नहीं होनेवाला, जब तक व्यक्ति का विकास नहीं होगा, परिवार में सबकी ख़ुशहाली नहीं होगी। इसीलिए हर इंसान की तरक़्क़ी के लिए… काम-कारोबार को सक्रिय करने के लिए… सकारात्मक वातावरण बनाना होगा, बाक़ी विकास अपने-आप होने लगेगा। विकास लोगों को ख़ुद दिखता है, उसके लिए मंच सजाकर आडंबर करने की ज़रूरत नहीं होती।’

बता दें कि केंद्रीय मंत्री शाह ने रविवार को मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार का ‘रिपोर्ट कार्ड’ जारी करते हुए कहा था कि प्रदेश 1956 में अस्तित्व में आया और तब से पांच-छह वर्षों को छोड़कर 2003 तक कांग्रेस ने राज्य में शासन किया, लेकिन उनके शासनकाल के दौरान राज्य बीमारू बना रहा। उन्होंने कहा कि हालांकि, भाजपा सरकार ने सफलतापूर्वक राज्य को बीमारू टैग से बाहर निकाला है और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करके इसे विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है।

उन्होंने मांग की कि विपक्षी कांग्रेस राज्य में लगभग 53 वर्षों तक शासन करने का अपना रिपोर्ट कार्ड दे। ‘बीमारु’ (बीआईएमएआरयू) एक संक्षिप्त नाम है जिसका उपयोग अक्सर बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लिए किया जाता है। इन राज्यों का आर्थिक विकास, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अन्य सूचकांकों के मामले में पिछड़ा हुआ माना जाता रहा है।

 

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