NRHM घोटाले की काली कमाई को खपाने के खेल पर कसा शिकंजा, IT के रडार पर Babu Singh

पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा (Babu Singh Kushwaha) के बेनामी साम्राज्य पर आयकर का शिकंजा कसता जा रहा है।

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क/मनीष श्रीवास्तव। पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा (Babu Singh Kushwaha) के बेनामी साम्राज्य पर आयकर का शिकंजा कसता जा रहा है। कुशवाहा ने एनआरएचएम घोटाले (NRHM Scam) की काली कमाई से बेहिसाब सम्पत्तियां खरीदी हैं। इनकी कीमत तकरीबन सौ करोड़ बताई जा रही है। पूर्व मंत्री ने इन सम्पत्तियों को अपने करीबियों और मनीलांड्रिंग में लिप्त कंपनियों के हवाले किया है। कुशवाहा के इस खेल को आयकर विभाग पूरी तरह बेनकाब करेगा।

दो हफ्ते पहले लखनऊ में आयकर विभाग ने बंथरा के जुनाबगंज स्थित 35 करोड़ की 1.6670 हेक्टेयर भूमि बेनामी कानून के तहत जब्त की थी। अब आयकर विभाग की जांच में बाबू सिंह (Babu Singh) की मानो कुंडली ही हाथ आ गयी है।

पिछले महीने कुशवाहा की भूमि पर कार्रवाई करने के बाद आयकर विभाग की टीम

लखनऊ में जब्त हो चुकी है 30 करोड़ की बेनामी भूमि 

आयकर से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एनआरएचएम घोटाले की काली कमाई का निवेश कई शहरों में सम्पत्तियों को खरीदने के लिए कुशवाहा ने किया है। तकरीबन दर्जन भर बेनामी सम्पत्तियों (benami properties) को आयकर विभाग ने रडार पर लिया है। इन सम्पत्तियों को बेनामी कानून के तहत जल्द ही जब्त किया जायेगा। इन सम्पत्तियों की बाजार कीमत सौ करोड़ से अधिक बताई जा रही है। जिसमें से 30 करोड़ की बेनामी भूमि लखनऊ में जब्त हो चुकी है।

करीबियों का पूरा चिट्ठा आ चुका है है सामने

विभाग का सबसे ज्यादा फोकस कानपुर पर है क्योंकि यहां बाबू सिंह कुशवाहा के उन करीबियों की संख्या ज्यादा हैं, जिन्होंने पूर्व मंत्री की एनआरएचएम घोटाले से हासिल काली कमाई को ठिकाने लगाया है। आयकर विभाग के हाथ पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा से जुड़ी बेनामी सम्पत्तियों को संभालने में लगे करीबियों का भी पूरा चिट्ठा आ चुका है।

लखनऊ में पूर्व मंत्री की काली कमाई बिल्डरों ने खपाई

राजधानी में भी कुशवाहा ने खूब काली कमाई का निवेश किया है। गोमतीनगर स्थित पत्रकार पुरम के एक नामी अस्पताल का संचालक कुशवाहा का करीबी अजीत मौर्या था। ईडी (ED) के डर से अस्पताल का नाम बदल दिया गया। गोमतीनगर में एक नामी होटल में भी कुशवाहा का बेहिसाब पैसा लगे होने की बात सामने आयी। बड़े बिल्डरों ने भी कुशवाहा की काली कमाई खपाई है। पूर्व मंत्री कुशवाहा के करीबी से चारबाग के एपी सेन रोड (AP Sen Road, Charbagh) पर करोड़ों के दो कीमती प्लॉट एक चर्चित बिल्डर ने खरीदे थे। इस बिल्डर के ठिकानों पर आयकर छापेमारी भी हुई थी। इसी ने खाड़ी देशों तक एनआरएचएम की काली कमाई निवेश कराई है। हजरतगंज चौराहे के पास अपार्टमेंट (Apartments near Hazratganj Chauraha) में भी कुशवाहा से जुड़े कई फ्लैट बताये जा रहे हैं। ईडी ने पहले 200 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी।

कानपुर में सबसे ज्यादा बेनामी साम्राज्य

लैकफेड घोटाले (Laccfed Scam) में भी कुशवाहा की कानपुर में सम्पत्तियां मिली थी। एसआईबी ने एक्सिस यूनिवर्सिटी (Axis University), पाई इंस्टीट्यूट, कुशवाहा इंस्टीट्यूट, एक्सेस अपार्टमेंट समेत 11 स्थानों पर छापे मारे थे। कुशवाहा, सुशील कटियार प्रवीण कटियार द्वारा निवेश की जानकारी पर कार्रवाई हुई थी। कटियार की करीब 100 करोड़ की संपत्तियां मिली थीं। इनमें कानपुर में मोतीझील के पास स्थित 6,000 स्क्वायर फीट का मकान, मां के नाम से कॉलेज, हॉटमिक्स प्लांट, 90 बीघा जमीन, झांसी में 30 खदानें शामिल थीं।

लैकफेड घोटाले के आरोपी का मकान

बाबू सिंह (Babu Singh) के भतीजे राज कुशवाहा के साथ मिलकर गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर और फतेहपुर में खरीदी 30 सम्पत्तियां भी थीं। 25 सम्पत्तियां कानपुर की थीं। कटियार के 12 खातों का भी खुलासा हुआ था। राज बैंक से मोटी रकम निकालने पहुंचा था।

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