ट्रेंडिंग कोर्स: ये शार्ट टर्म कोर्स जो आपके Career को देंगी पंख, मजबूत होगा स्किल

डिजिटल मार्केटिंग में कॅरियर (Career) बनाने के लिए अपनी स्किल्स पर काम करना ज़रूरी है। जिन लोगों को लिखना पसंद है, वे कंटेंट मार्केटिंग से जुड़ा कोर्स कर सकते हैं।

Sandesh Wahak Digital Desk: डिजिटल मार्केटिंग में कॅरियर (Career) बनाने के लिए अपनी स्किल्स पर काम करना ज़रूरी है। जिन लोगों को लिखना पसंद है, वे कंटेंट मार्केटिंग से जुड़ा कोर्स कर सकते हैं। इसी तरह एसईओ (SEO) और ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing) के बेसिक कोर्स भी ऑनलाइन किए जा सकते हैं। दरअसल, डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट पर डिजिटल तकनीकों के इस्तेमाल में आने वाले प्रोडक्ट या सेवाओं की मार्केटिंग होती है। इसमें मोबाइल फोन ऐप्स के जरिए डिस्प्ले एडवरटाइजिंग और अन्य किसी भी डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल शामिल है।

आज का युग ऑनलाइन है, जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग, रिचार्ज, बिल भुगतान, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन आदि जैसे कई काम हम इंटरनेट के जरिए आराम से घर बैठे-बैठे कर सकते हैं। यदि हम मार्केट के की स्थिति पर नज़र डालें तो लगभग 80% ख़रीददाता किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने या सर्विस लेने से पहले ऑनलाइन रिसर्च करते है, ऐसे में किसी भी कंपनी या बिज़नेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग महत्वपूर्ण हो जाती है।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)- यह एक ऐसी तकनीक है जो आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन के परिणाम पर सबसे ऊपर जगह दिलाता है जिससे व्यूअर्स की संख्या में वृद्धि होती है। इसके लिए हमें अपनी वेबसाइट को कीवर्ड्स और एसईओ गाइडलाइन्स के मुताबिक बनाना होता है।

सोशल मीडिया- सोशल मीडिया (Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn) के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों, भावों को हजारों लोगों के सामने रख सकता है। वहीं आपने देखा होगा कि जब हम इन साइटों को देखते हैं, तो इस पर थोड़ी-थोड़ी देर में विज्ञापन दिखते हैं यह विज्ञापन आपकी पसंद से जुड़े हो भी सकते हैं और नहीं भी। ये सब डिजिटल मार्केर्टिंग का हिस्सा है।

ईमेल मार्केटिंग- ईमेल मार्केटिंग हर प्रकार से हर कंपनी के लिए आवश्यक है क्योंकि कोई भी कंपनी नये प्रस्ताव और छूट ग्राहकों को समय अनुसार इसके द्वारा देते हैं जिसके लिए ईमेल मार्केटिंग, डिजिटल विपणन का एक सुगम रास्ता है।

यूट्यूब चैनल- यूट्यूब, सोशल मीडिया मार्केटिंग का एक ऐसा माध्यम है जिसमे उत्पादक अपने प्रोडक्ट्स को लोगों के सामने सीधा पहुंचा सकता है।

एफिलिएट मार्केटिंग- वेबसाइट, ब्लॉग और लिंक्स के माध्यम से उत्पादों के विज्ञापन करने को एफिलिएट मार्केटिंग कहा जाता है। इसके अन्तर्गत आप अपना लिंक बना कर अपने उत्पाद को उस लिंक पर अपलोड करते हैं। जब ग्राहक उस लिंक द्वारा आपका उत्पाद खरीदता है तो आपको उस पर मेहनताना मिलता है।

एप्स मार्केटिंग- इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार के एप्स बनाकर लोगों तक पहुंचने और उन एप्स द्वारा अपने उत्पाद का प्रचार करने को ही एप्स मार्केटिंग कहते हैं। आजकल बड़ी संख्या में लोग स्मार्टफोन्स का उपयोग कर रहे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने एप्स बनाती हैं और एप्स को लोगों तक पहुंचाती है।

डिजिटल मार्केटिंग का लाभ

  • यह बहुत कम पैसों में की जा सकती है। इसे आप 1,000 रूपये से भी शुरू कर सकते हैं।
  • यह हम सिर्फ और सिर्फ उन्हीं लोगों तक अपने विज्ञापनों को पहुंचा सकते हैं जिन्हें हमारे प्रोडक्ट्स या फिर सर्विसेज की जरूरत है।
  • डिजिटल मार्केटिंग करने में भी बेहद आसान है।
  • साथ ही साथ हम आसानी से अपने कैंपेन में जरूरी बदलाव कर सकते हैं।
  • इसमें प्राय: कन्वर्शन रेट अच्छा होता है। यानी लोग जल्दी से ग्राहक बन जाते हैं।
  • इंटरनेट मार्केटिंग में जॉब के कई विकल्प हैं।
  • अपनी मौजूदा व्यावसायिक वेबसाइट या ब्लॉग का प्रचार करना।
  • इंटरनेट मार्केटर्स के रूप में घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) से एक फ्रीलान्स के रूप में काम कर सकते हैं।
  • डिजिटल मार्केटिंग से आप अपने बिज़नस की बेहतर निगरानी कर सकते हैं और Career में ग्रोथ कर सकते हैं।

इन संस्थानों से बना सकते हैं Career

  • आइआइएम अहमदाबाद
  • आइआइएम बैंगलोर
  • निफ्ट कोलकाता
  • आइएसबी हैदराबाद
  • एआइएमए नई दिल्ली

Also Read: भर्ती : UPSSSC में कनिष्ठ सहायक के 1262 पदों की परीक्षा योजना संशोधित

Get real time updates directly on you device, subscribe now.