नगर निगम चुनाव: कुर्सी का खेल, कोई पत्नी तो कोई मां के सहारा

नगर निगम चुनाव में आरक्षण जारी होने के बाद अब कई पार्षद महिलाओं के भरोसे हो गए हैं।

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। नगर निगम चुनाव में आरक्षण जारी होने के बाद अब कई पार्षद महिलाओं के भरोसे हो गए हैं। दरअसल, आरक्षण में महिला सीट हो जाने के कारण निवर्तमान पार्षद पत्न्नी और मां के सहारे हो गए हैं। कई पार्षदों ने चुनावी मैदान में उन्हें उतार दिया है।

विवेकानंदपुरी वार्ड की सीट महिला हो गई है, ऐसे में निवर्तमान पार्षद शैलेंद्र सिंह बल्लू पत्नी को चुनाव लड़ा रहे हैं। इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड के पार्षद रूद्र प्रताप सिंह साल 2012 में पार्षद बने थे। पिछले चुनाव में सीट आरक्षण ओबीसी हो गया तो उन्होंने अपने खास समर्थक समोर पाल सोनू को चुनाव लड़ाया था और वह जीते थे। अब इस बार सीट का आरक्षण महिला हो गया। ऐसे में अब रुद्र प्रताप पत्नी नीतू को चुनाव लड़ा रहे हैं।

नगर निकाय चुनाव में कई पार्षदों की सीटों का बदल गया है आरक्षण

राजाजीपुरम वार्ड की सीट महिला हो जाने के कारण निवर्तमान पार्षद राजीव कृष्ण त्रिपाठी की कुर्सी महिला के सहारे हो गई है। चर्चा है कि अब पत्नी को मैदान में उतार कर चुनावी नैया पार करेंगे।

रफी अहमद किदवई वार्ड ओबीसी महिला हो गई है। ऐसे में निवर्तमान पार्षद रामकृष्ण अपनी मां को चुनाव लड़ाएंगे। न्य हैदरगंज प्रथम के निवर्तमान पार्षद विजय कुमार गुप्ता भी महिला के सहारे पार्षदी बचाने में जुट गए हैं। इसी तरह भवानीगंज वार्ड से पहली बार पार्षद बने भाजपा के संतोष राय की सीट का आरक्षण भी इस बार महिला हो गयी है। ऐसे में यह भी पत्नी को चुनाव लड़ाएंगे। कुछ यही हाल विवेकानंद पुरी वार्ड और शंकरपुरवा प्रथम का है।

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