UP Politics: प्रधान और पार्षद पति के बाद अब Mayor पति बनने की तैयारी!
प्रधान पति, पार्षद पति केे बाद अब महापौर (Mayor) पति बनने की तैयारी है। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क/राकेश यादव। प्रधान पति, पार्षद पति केे बाद अब महापौर (Mayor) पति बनने की तैयारी है। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है। राजधानी लखनऊ में महापौर चुनाव की कवायद दिनों दिन तेज होती जा रही है। विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए हथकंडे अपनाना शुरू कर दिया है।
महापौर प्रत्याशियों की प्राथमिकताएं क्या होगी इस सवाल पर कुछ प्रत्याशियों ने तो बेबाक टिप्पणी की किंतु एक दल की प्रत्याशी के बजाए पति ने प्राथमिकताओं का बखान कर डाला। दिलचस्प बात यह है कि प्रत्याशी से बात कराने के सवाल पर उन्होंने कहा बोल तो रहा हूं। उत्तर प्रदेश और राजधानी लखनऊ में नगर निकाय चुनाव (Municipal elections in Lucknow) को लेकर हलचल मची हुई है। महापौर पद के लिए करीब एक दर्जन लोगों ने आवेदन किया। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद राजनैतिक दलों समेत अन्य प्रभावी प्रत्याशियों ने महापौर बनने के बाद उनकी प्राथमिकताएं क्या होंगी को लेकर सवाल किया गया।
महिला प्रत्याशी के बजाए पति बता रहे प्राथमिकताएं
विभिन्न राजनैतिक दलों के घोषित प्रत्याशियों सवाल किया गया तो कुछ दलों की अधिकृत प्रत्याशियों ने बारी-बारी से अपनी प्राथमिकताओं को उल्लेख किया। पिछले दिनों एक बड़े दल की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पत्नी को मेयर का टिकट (mayor’s ticket) दिलाने में सफल नेता के घर फोन कर जब प्रत्याशी से बात करने की बात कही तो फोन प्रत्याशी के बजाए उनके नेता पति ने उठाया और बोले बताइये क्या बात करनी है। मैं बोल तो रहा हूं। वे खुद ही बताने लगे कि राजधानी में गंदगी का अंबार हैं। लखनऊ को स्वच्छ बनाना उनकी पहली पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि राजधानी में गंदगी को खत्म करने के साथ ही साथ हमको हाउस टैक्स व जलकल (house tax and water) को खत्म करना है। यह हाल उस पार्टी का है जो कभी देश सहित प्रदेश में राज करती थी लेकिन आज हाशिये पर चल रही है।
आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी जब केवल टिकट मिला है तो पति ने बागडोर संभाल ली है। आगे क्या होगा अच्छी तरह समझा जा सकता है।
Mayor के लिए 13 महिलाएं मैदान में
राजधानी लखनऊ में महापौर पद पर भाजपा से सुषमा खरकवाल, समाजवादी पार्टी से वंदना मिश्रा, कांग्रेस से संगीता जायसवाल, आम आदमी पार्टी से अंजू भट्ट, बसपा से शाहीन बाने, सुभाषपा से अलका पांडे, लोकदल से मधुसेन समेत 13 महिला ने दावा ठोका है। चुनाव में त्रिकोणात्क संघर्ष (triangular fight) की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
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