Lucknow News : कमिश्नर बन बंटी-बबली ने सचिवालय में क्लर्क की नियुक्ति के नाम पर ठगे 10 लाख

Lucknow News : सचिवालय का कमिश्नर बन दंपति ने क्लर्क के पद पर नियुक्ति दिलाने का झांसा देते हुए सतीश कुमार गौतम से 10 लाख रुपए ठग लिए। आरोपियों ने खुद को कमिश्नर और तीसरे साथी को रिटायर आईएएस बताकर पीड़ित से मुलाकात की। खुद के पास नियुक्ति का अधिकार बता रुपए लिए। फिर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और चेयरमैन लोक सेवा आयोग प्रयागराज के साइन व मोहर लगा जाली नियुक्ति पत्र थमा दिया।

डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर गोमतीनगर पुलिस ने गुरुवार को दंपति समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित ने गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। ग्वारी स्थित विकास खंड -5 में सतीश कुमार गौतम परिवार के साथ रहते हैं। उन जान पहचान कौशलपुरी निवासी मनोज तिवारी से थी। मनोज खुद को सचिवालय में तैनात कमिश्नर मनीष तिवारी का सरकारी चालक होने का दावा करता था। बातचीत के दौरान मनोज ने बताया कि सचिवालय में नियुक्तियां होनी है।

आप पढ़े लिखे हो। अगर कहो तो अपने बॉस से तुम्हारी नौकरी के लिए बात करूं। हामी होने पर मनोज सतीश को लेकर नेहरु इंक्लेव स्थित मनीष तिवारी के घर पहुंचा और मुलाकात कराई। आरोपी मनीष ने खुद को सचिवालय में तैनात कमिश्नर बताया।

साथ ही कमरे के बैठी अपनी पत्नी हरमिता तिवारी और श्याम नारायण तिवारी से मुलाकात कराई। श्याम नारायण ने खुद को रिटायर आईएएस और हरमिता ने भी खुद को कमिश्नर बताया। बातचीत के दौरान आरोपियों ने कहा कि सचिवालय में क्लर्क के पद पर भर्तियों का जिम्मा उनपर ही है।

रुपए खर्च करने पर नियुक्ति मिल जाएगी। आरोपी की लुभावनी बातों पर सतीश ने विश्वास कर लिया। किस्तों में करीब 10 लाख रुपए दिए। जिसके बाद उसे नियुक्ति पत्र भी दिया गया। फर्जी नियुक्ति पत्र में प्रमुख सचिव (नियुक्ति एवं कार्मिक) चेयरमैन लोक सेवा आयोग प्रयागराज के हस्ताक्षर और मोहर लगी थी। पीड़ित सतीश ने बताया कि ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद भी उसे ऑफिस नहीं बुलाया गया। शक होने पर पीड़ित ने सचिवालय पहुंचकर छानबीन की तो फर्जीवाड़े का पता चला।

पीड़ित सतीश खुद को कमिश्नर बताने वाले मनीष के घर नेहरू इंक्लेव पहुंचा तो वहां ताला मिला। सतीश ने डीसीपी पूर्वी से शिकायत की थी। शुरुआती जांच में आरोप सही मिलने पर गोमतीनगर पुलिस ने मनोज तिवारी, मनीष तिवारी, उनकी पत्नी हरमिता और श्याम नारायण तिवारी के खिलाफ जाली दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

जेल में है जालसाज दंपति

पड़ताल करने पर पता चला कि आरोपी मनीष तिवारी और उसकी पत्नी हरमिता गैंग बनाकर धोखाधड़ी करते हैं। आरोपी दंपति जनवरी माह से जेल में हैं। आरोपियों के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

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