UP Police: खाकी बेअंदाज, लगातार गरिमा हो रही तार-तार
Sandesh Wahak Digital Desk/ Abhishek Srivastava: कभी पुलिस चौकी में महिला की चमड़ी उधेड़ कर थर्ड डिग्री तो कभी अवैध वसूली से त्रस्त होकर खुदकुशी। यह तो महज बानगी है। खाकी को शर्मसार करने वाले किस्से यहीं नहीं खत्म हुए बल्कि रंगीन मिजाज पुलिसकर्मियों पर अवैध संबंध, दुष्कर्म और छेड़छाड़ के भी आरोप लगे। एक तरफ जहां खाकी का मान बढ़ाने के वास्ते न जाने कितने शहीद हो गए। वहीं ठीक इसके उलट, चंद अपनों की शर्मसार करती करतूतों ने यूपी पुलिस के दामन को दागदार करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। इसी का नतीजा है कि सरकार और पुलिस अधिकारी लगातार नए नए अभियान चलाकर लोगों का भरोसा जीतने में जुटी है।
चंदौली में पशु तस्कर को छोडऩे के एवज में एक लाख की घूस मांगने पर चकरघट्टा थाने के प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार आर्य की करतूत ने विभाग की छवि धूमिल कर दी। 6 अप्रैल को घूस की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद एसपी डॉ. अनिल कुमार ने सीओ आशुतोष कुमार को जांच सौंपी। जांच में इंस्पेक्टर और दीवान की संलिप्तता सामने आई। जिसके बाद 3 मई को सीओ चकरघट्टा थाने पहुंचे। आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज कराया और फिर सीधे जेल भेज दिया।
महिला की बर्बरता से पिटाई का मामला
वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के हजरतगंज स्थित दारुलशफा चौकी की महिला प्रभारी और तीन महिला सिपाहियों पर महिला को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा। चोरी के आरोप में लक्ष्मी को चौकी में बंधक बनाकर बेल्ट और पट्टे से पीट पीटकर चमड़ी उधेड़ दी गई। पीडि़ता ने थाने और वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगाई। विभाग की किरकिरी से बचने के लिए मदद नहीं की गई। आखिरकार कोर्ट ने सुनवाई करते हुए निर्देश दिया। जिसके बाद महिला दरोगा, सिपाहियों और मकान मालिक समेत छह के खिलाफ 4 मई को पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
ताजा मामला कानपुर पुलिस कमिश्नरेट का है। सचेंडी स्थित मंडी चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार यादव और सिपाही अजय यादव की प्रताडऩा से आजिज आकर सब्जी विक्रेता सुनील ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर दी। सुनील ने खुदकुशी से पहले गले में फंदा डालकर मोबाइल पर 65 सेकेंड का वीडियो बनाया था। जिसमें उसने दोनों पुलिसकर्मियों पर दो माह के जबरन वसूली, रास्ते में रोककर गाली गलौज कर उत्पीडऩ और फोन पर धमकी का आरोप लगाया था। 14 मई को मामला सामने आने के बाद पुलिसिया कार्यप्रणाली को लेकर खाकी और खादी में नोकझोंक हुई। फजीहत से बचने के लिए दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज निलंबन की रिपोर्ट तैयार कर चुनाव आयोग को भेज दी।
अवैध संबंधों के कारण पत्नी ने उजाड़ा था सुहाग
दिवाली के वक्त कृष्णानगर में रहने वाले पीएसी के इंस्पेक्टर सतीश सिंह के अवैध संबंधों के कारण गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। वारदात की पटकथा उनकी पत्नी भावना ने अपने भाई देवेंद्र के साथ मिलकर रची था। आरोपी पत्नी ने कबूला था कि इंस्पेक्टर पति के दूसरी महिलाओं से संबंध थे। डर था कि पति की बुरी हरकतों का असर 12 साल की बच्ची पर पड़ गया तो मासूम की जिंदगी खराब हो जाएगी। इसी वजह से उसने अपना सुहाग निपटाने की योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया था।
धनउगाही पड़ी भारी, 70 पुलिसकर्मियों पर एक्शन
गोरखपुर डीआईजी रेंज आनंद कुलकर्णी ने रेंज के चार जिलों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज में पासपोर्ट आवेदन करने वालों का थाना स्तर पर सत्यापन के बाद आवेदकों से फीड बैक लिया गया। फीड बैक में रेंज के 70 पुलिसकर्मी पर धन उगाही और लापरवाही का आरोप लगा। आरोप की पुष्टि होने के बाद पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित, सात को लाइन हाजिर, 21 को लघु दंड, 17 को चेतावनी और 20 पुलिसकर्मियों का पटल परिवर्तन किया गया।
पुलिस विभाग अनुशासन का विभाग है। इसके बाद भी भ्रष्टाचार और अश्लील हरकतों की शिकायतें आना अक्षम्य है। पर्यवेक्षण अधिकारी को मासिक, त्रैमासिक, छमाही और सालाना अभिलेख का निरीक्षण कर प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर दरोगा, सिपाही लक्जरी कार से चल रहे हैं तो वरिष्ठ अधिकारियों को सवाल जवाब करना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारी अगर अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाएं तो पुलिस के खिलाफ आने वाली शिकायतें काफी हद तक बंद हो जाएंगी। साथ ही जनता का खाकी के प्रति नजरिया भी बदलेगा।
–विक्रम सिंह, रिटायर्ड डीजीपी
इन पुलिसवालों ने भी लगाया है खाकी पर दाग
- 15 मई 2024- बदायूं में भागीरथी तट स्थित गंगा में डूबे पीयूष को ढूंढने के एवज में सिपाहियों ने पेटीएम के माध्यम से बीयर के लिए बहन से की वसूली।
- 14 मई – बस्ती में सिपाही शिवकुमार ने शादी का झांसा दे किया रेप, फिर कराया गर्भपात, मुकदमा।
- 02 मई – औरैया में इंस्पेक्टर शशि भूषण मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मियों पर छेड़छाड़ का मुकदमा।
- 21 अप्रैल- लखनऊ में 35वीं वाहिनी के तीन जवानों ने चारबाग से युवक को अगवा कर बैरक में पीटा, निलंबित।
- 15 मार्च – जालौन में महिला सिपाही से सिपाही कर्मवीर सिंह ने किया दुष्कर्म।
- 19 नवंबर 2023 – सरोजनीनगर में तैनात सिपाही श्यामवीर सिंह महिला संग कमरे में रंगरंगलियां मनाते मिला।
- 17 नवंबर – सआदतगंज में तैनात सिपाही नकुल किशोरी को बहला कर राजाजीपुरम स्थित कमरे पर मिला। मुकदमा दर्ज कर किया निलंबित।
- 17 सितंबर – आगरा में युवती संग आपत्तिजनक हालत में दरोगा संजीव को ग्रामीणों ने पकडक़र खंभे में बांधकर पीटा। पीडि़ता ने दर्ज कराया था दुष्कर्म का मुकदमा, निलंबित।
- 21 अगस्त – भदोही में तैनात मुख्य आरक्षी श्याम सुंदर महिला से अश्लील हरकत करते मिला, निलंबित।
- 09 मई – कानपुर में दोस्ती से मना किया तो दरोगा मनोज सिंह ने पति पर ही मुकदमा दर्ज किया। फिर अश्लील मैसेज करने लगे।
- 04 मई – कानपुर में महिला सिपाही सरकारी क्वार्टर में अधिवक्ता संग आपत्तिजनक हालत में मिली।
- 19 अप्रैल – कानपुर के दिबियापुर में तैनात सिपाही प्रमोद महिला को भेजने लगा अश्लील मैसेज, किया गया निलंबित।
- 18 अगस्त 2021- बस्ती में दरोगा अशोक गौतम को रंगरंगलियां मनाते ग्रामीणों ने पकड़ा, मुकदमा, निलंबित।
- जुलाई 2021- उन्नाव में तैनात सीओ एसपी से छुट्टी लेकर गायब हुए तो पत्नी ने सूचना दी। सर्विलांस की मदद से कानपुर के होटल के महिला सिपाही संग रंगरंगलियां मनाते पकड़े गए, सीओ लाइन हाजिर।
महिला फरियादियों की मजबूरी का उठाते हैं फायदा
एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति जैसे अभियान चलाकर पीड़िताओं के साथ होने का मैसेज दे रहे हैं। इसके बाद भी उत्तर प्रदेश की पुलिसकर्मी शिकायत लेकर आईं पीड़ित महिलाओं की मजबूरियों का फायदा उठाकर उनसे फ्लर्ट करने लगते हैं। सितंबर माह में कानपुर के थाना साढ़ में तैनात उपनिरीक्षक जयवीर सिंह को निलंबित किया गया था। आरोप था कि फरियाद लेकर पहुंची पीडि़ता का दरोगा ने फायदा उठाते हुए फोन पर अश्लील बातें करनी शुरू कर दी थीं। उससे कहते थे कि मैं तुम्हारी तन मन धन से मदद करूंगा।
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