बहनोई को फंसाने के लिए आरोपी ने रची खतरनाक साजिश, पुलिस ने पकड़ लिया माथा

अमेठी जिले के पुलिस कप्तान इलामारन भी घटना को लेकर संजीदा थे और शिवरतनगंज पुलिस को घटना के हर एक पहलुओं को ध्यान में रखकर गहनता से पड़ताल करने के निर्देश दे रखे थे।

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश के अमेठी में बुद्धवार रात्रि लगभग 11 बजे शिवरतनगंज थाना क्षेत्र खेत में ट्यूबवेल पर सो रहे आदित्य सिंह पुत्र राम बहादुर सिंह (28 वर्ष) पर फायरिंग की घटना होने से हड़कंप मच गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस गंभीर रूप से घायल आदित्य सिंह को नजदीक सीएचसी सिंहपुर पहुंचाया था। जहां से उसे डाक्टरों ने जिला अस्पताल रायबरेली के लिए रेफर कर दिया था। घटना के तुरंत बाद आदित्य सिंह ने अपने सगे बहनोई कुलदीप सिंह पुत्र शेर बहादुर सिंह निवासी नयनखेड़ा थाना हैदरगढ़ बाराबंकी पर फायरिंग करने की आशंका पुलिस के सामने जाहिर किया था।
हालांकि आदित्य सिंह की आशंका पर पुलिस ने बहनोई कुलदीप सिंह को तत्काल उसके घर से हिरासत में ले लिया था और घटना की गहनता से पड़ताल किया।
अमेठी जिले के पुलिस कप्तान (Police Captain of Amethi District) इलामारन भी घटना को लेकर संजीदा थे और शिवरतनगंज पुलिस को घटना के हर एक पहलुओं को ध्यान में रखकर गहनता से पड़ताल करने के निर्देश दे रखे थे। इसका पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के खुलासे में पिंडारा गांव के आदित्य सिंह से तंमचा चेक करने के दौरान चली गोली से घायल आदित्य ने बहनोई को फंसाने के लिए फर्जी कहानी रची थी। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने तंमचा व कारतूस बरामद करने के बाद आदित्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस आदित्य सिंह और उनके पिता रामबहादुर को साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया तो कहानी पर शक हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आदित्य सिंह से कड़ाई से पूछताछ की तो आदित्य ने एक नई कहानी सुनाई।

पिता के साथ हुई बदतमीजी का आरोपी ने ऐसा लिया बदला

मास्टरमाइंड आदित्य ने पुलिस को सच्चाई बताते हुए कहा कि एक जून को मेरे पिता राम बहादुर सिंह, मेरी बहन कविता और मेरा भांजा पेशी पर बाराबंकी जा रहे थे। हैदरगढ़ में मेरे बहनोई कुलदीप सिंह हमारे पिता को मिले तथा उनके साथ बदतमीजी और गाली गलौज किया। उस समय मैं लखनऊ में था रात में आने में काफी देर हो गयी। इसलिए घर नहीं गया और ट्यूबवेल पर ही रूक गया। मैं अपनी सुरक्षा के लिये 12 बोर का तमंचा व कारतूस रखता हूं। मैं चारपाई पर बैठा अपना तमंचा खोलकर चेक कर रहा था और अचानक अंगूठा स्लिप होने से फायर हो गया, जिससे हमारे दाहिने हाथ और दाहिनी तरफ कमर के ऊपर गोली लग गयी थी। तब मैंने तमंचा यहीं छुपा दिया था तथा घटना को छिपाने के लिए अपने बहनोई कुलदीप के ऊपर जान से मारने की नीयत से फायर करने का आरोप लगा दिया था। सोचा था कि इस मुकदमे के दबाव में मेरे बहनोई कुलदीप परिवाद में सुलह समझौता कर लेंगे, जिससे मेरी बहन का घर बस जायेगा तब मैं इस मुकदमें में सुलह करूंगा।

आरोपी आदित्य सिंह को पुलिस ने भेजा जेल

पुलिस ने आरोपी आदित्य सिंह के अपराध व घटना में संलिप्त होने की बात स्वीकार करने के बाद घटनास्थल से अवैध तमंचा एक कारतूस बरामद किया और पूरे मामले पर विधिक कार्रवाई करते हुए आरोपी आदित्य सिंह को जेल भेज दिया है। शिवरतनगंज थाना प्रभारी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि आदित्य सिंह अपने बहनोई को गलत तरीके से केस में फंसाने के साथ ही अवैध असलहे के बरामद होने के बाद पूरे मामले पर कार्रवाई की गई है।

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