करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले का अहम किरदार है एसएस इंस्टीट्यूट का मालिक

ईडी जल्द करेगी गिरफ्तार, प्रवीण सिंह चौहान ने कॉलेज में खोले थे फर्जी छात्रों के बैंक खाते

Sandesh Wahak Digital Desk : करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी ने रसूखदारों पर भी शिकंजा कस दिया है। खासतौर पर खुद को सत्ताधारी पार्टी भाजपा के नजदीकी होने का दावा करके ईडी को इस घोटाले की जांच में सहयोग न देने वाले कॉलेज संचालकों पर।

इस फेहरिस्त में सीतापुर रोड स्थित एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संचालक प्रवीण सिंह चौहान का नाम सबसे ऊपर है। जिनके खिलाफ न्यायालय ने ईडी के सामने हाजिर न होने पर गैर जमानती वारंट जारी किया है। जिसके बाद चौहान के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संचालक प्रवीण सिंह चौहान ने ही हाइजिया ग्रुप के संचालकों की मदद से करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम दिया था।

ईडी को एसएस इंस्टीट्यूट में भी छात्रवृत्ति घोटाले के साक्ष्य मिले

ईडी ने पिछले दिनों छात्रवृत्ति घोटाले में पीएमएलए के तहत अली अब्बास जाफरी व अन्य लोगों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। इसी मामले में आरोपी प्रवीण सिंह चौहान से भी पूछताछ होनी है। जांच के दौरान ईडी को एसएस इंस्टीट्यूट में भी छात्रवृत्ति घोटाले के साक्ष्य मिले थे।

ईडी की छापेमारी में चौहान समेत हाइजिया ग्रुप के घोटालों से पर्दा उठ गया था।  जांच में सामने आया कि एसएस इंस्टीट्यूट में फर्जी छात्रों के बैंक खातों को खोलने के लिए हाइजिया के संचालकों ने एजेंट भेजे थे। वहीं घोटाले की रकम से दोनों ने बख्शी का तालाब इलाके में तमाम संपत्तियां भी खरीदी थीं।

प्रवीण सिंह चौहान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

ईडी ने एसएस इंस्टीट्यूट के चेयरमैन प्रवीण सिंह चौहान की संलिप्तता के पुख्ता सुराग मिलने के बाद उसे तकरीबन सात बार नोटिस देकर तलब किया था। ईडी ने उसे 5 व 6 अप्रैल के अलावा 21 व 23 अगस्त और 16 व 17 अक्टूबर को सम्मन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन सियासी रसूख के चलते वो जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुआ। नतीजतन ईडी उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल कर तलाश में लगी है।

माना जा रहा है कि जल्द ही चौहान की गिरफ्तारी ईडी कर सकती है, जिसके बाद करोड़ों के घोटाले के कई और राज सामने आएंगे।

प्रवीण की बाकी सम्पत्तियां तलाश रहे ईडी अफसर

छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपियों की 20 करोड़ रुपये कीमत की संपत्तियों को ईडी जब्त कर चुका है। ये संपत्तियां राजधानी के बख्शी का तालाब इलाके में खरीदी गयी थी। इसमें हाइजिया ग्रुप ऑफ एजूकेशन के संचालकों की 10 संपत्तियों शामिल थी, जिनमें 11 भूखंड और एक फ्लैट शामिल है।

इसी तरह एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संचालक प्रवीण सिंह चौहान की डेढ़ करोड़ रुपये कीमत की दो संपत्तियों को जब्त किया गया था। इन संपत्तियों को प्रवीण सिंह चौहान ने एक करोड़ रुपये में खरीदा था। इससे पहले उसके बैंक खातों में जमा रकम को भी जब्त किया गया था। ईडी के अधिकारी प्रवीण सिंह की बाकी संपत्तियों को भी तलाश रहे हैं।

भाजपा एमएलसी का भतीजा है घोटालेबाज़ चौहान

छात्रवृत्ति घोटाले में फंसे एसएस इंस्टीट्यूट के मालिक प्रवीण सिंह चौहान को भाजपा एमएलसी पवन सिंह चौहान का भतीजा बताया जा रहा है। नतीजतन ईडी के सामने अभी तक चौहान नहीं पेश हुआ है। करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले की कलंक कथा लिखने वाले प्रवीण सिंह चौहान अपने कॉलेज के सहारे इस फर्जीवाड़े को लम्बे समय से अंजाम दे रहे थे। सूत्रों की माने तो सत्ताधारी पार्टी से करीबी रिश्तेदार का जुड़ाव होने के चलते आरोपियों को खुद के बच निकलने का भरोसा है।

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