UP: सिपाही भर्ती पेपर लीक कांड में एम्स के संविदाकर्मी समेत दो आरोपी गिरफ्तार

गैंग का मुखिया गुरुजी पूर्व में भेजा जा चुका है जेल

Sandesh Wahak Digital Desk:  उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले गैंग के दो और आरोपियों को एसटीएफ ने हाथरस से गिरफ्तार किया है। दोनों पर हाथरस पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपियों के पास एक बाइक, डीएल, एटीएम और पांच सौ रुपए बरामद हुए हैं। आरोपियों ने गुरुजी (पूर्व में गिरफ्तार) के कहने पर 160 अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाने के लिए तैयार किया था।

एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि 17 फरवरी को हाथरस से सुभाष यादव उर्फ सुभाष चन्द उर्फ गुरू जी, संजय फौजी उर्फ दीपक कुमार व मनोज कुमार को पकड़ा था।

बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़ के कार्यालय में संबद्ध रहकर कार्य करता था आरोपी

आरोपी सुभाष चन्द उर्फ गुरूजी ने पूछताछ पर बताया कि वह 2010 से प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय को जोड थाना मंडी धनीपुर जनपद अलीगढ में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है। वर्ष 2017-18 में बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़ के कार्यालय में संबद्ध रहकर कार्य किया था। उक्त मामले में बिट्टू उर्फ विनोद कुमार शर्मा और कुशल पाल उर्फ राजा उर्फ राजेश उर्फ कुंवर पाल फरार चल रहे थे। दोनों पर इनाम घोषित था।

एसटीएफ नोएडा डीएसपी नवेंदु कुमार ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली कि बिट्टू और कुशल पाल अपने साथी से मिलने रोडवेज वर्क शॉप आगरा रोड हाथरस आने वाले हैं। इस सूचना पर टीम ने दोनों को दबोच लिया। आरोपी के. बिट्टू उर्फ विनोद कुमार शर्मा अलीगढ़ और कुशल पाल उर्फ राजा बुलंदशहर के रहने वाले हैं। आरोपी बिट्टू ने बताया कि लॉ करने के बाद वह एम्स ऋ षिकेश में संविदा पर विद्युत ऑपरेटर के पद पर नौकरी कर रहा है।

लॉ करने के बाद वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को कोचिंग देता था। इसी दौरान उसका अक्सर अलीगढ़ बीएसए ऑफिस आना जाना होता था। वर्ष 2019-20 में उसकी मुलाकात सुभाष उर्फ सुरेंद्र गुरुजी से हुई थी। दोनों ने कबूला कि गुरुजी के कहने पर अभ्यर्थियों के साथ दिल्ली के पहाडग़ंज इलाके में ठहरे थे। गुरुजी के कहने पर दोनों सभी अभ्यर्थियों को लेकर पेपर पढ़वाने जाते, लेकिन उससे पहले ही एसटीएफ ने गुरुजी को दबोच लिया था। गुरुजी के पकड़े जाने की खबर मिलते ही वे लोग फरार हो गए थे।

160 अभ्यार्थियों को पढ़वाया था पेपर

गुरुजी का संपर्क प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने वाले और रुपए लेकर नौकरी दिलाने वाले गैंग से था। बिट्टू ने गुरुजी के कहने पर यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा में करीब 100 अभ्यर्थियों से संपर्क कराकर पेपर पढ़ाने के लिए तैयार किया था। आरोपी कुशल पाल बुकिंग में टैक्सी चलाता है। बुकिंग के दौरान ही करीब चार साल पहले गुरुजी के संपर्क में आया था। उसी दौरान कुशल को गुरुजी की करतूत का पता चल गया था। गुरुजी के कहने पर उसने रुपए लेकर 60 अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाने के लिए तैयार किया था।

 6 से 8 लाख प्रति अभ्यर्थी की हुई थी डील

डीएसपी नवेंदु कुमार ने बताया कि आरोपी बिट्टू और कुशल ने प्रति अभ्यर्थी 6 से 8 लाख की मांग की थी। सभी 160 अभ्यर्थियों से करीब पचास प्रतिशत एडवांस भी ले लिया था। जिस बच्चे ने कम एडवांस दिया था, उनकी मूल मार्कशीट और अंकपत्र रखवा लिए गए थे।

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