World Thyroid Day: नियमित दिनचर्या एवं उचित खानपान से रखिए अपने थायराइड को कंट्रोल

आज थायराइड (Thyroid) जागरूकता दिवस है। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसको थायराइड के बारे में जानकारी ना हो।

Sandesh Wahak Digital Desk: आज थायराइड (Thyroid) जागरूकता दिवस है। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसको थायराइड के बारे में जानकारी ना हो। लोग कहते हैं कि जिसको एक बार थायराइड की बीमारी हो गई उसको जीवन पर्यंत दवा खाना पड़ता है परंतु यह बात शत-प्रतिशत सही नहीं है। यदि मरीज चिकित्सक के कहे अनुसार दवा लेता रहे साथ ही साथ खाने पीने में थोड़ी बहुत बदलाव करके तथा अपने जीवन शैली को सुव्यवस्थित करने के साथ ही साथ नियमित रूप से योग व्यायाम टहलना आदि करके अपनी दिनचर्या को सुव्यवस्थित रखें तो थायराइड की दवा आगे चलकर बंद भी हो सकती है।

थायराइड तितली के आकार का एक ग्लैंड यानी ग्रंथि होता है। ये सांस की नली के ऊपर होता है। थायराइड ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज़्म यानी कि चयापचय क्रिया को बढ़ाता है और शरीर की कोशिकाओं को कंट्रोल करता है।

दो तरह का होता है थायराइड

पहला Hyperthyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से बढ़ने लगता है और दूसरा Hypothyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से घटने लगता है।

हर 10वां इंसान Thyroid की बीमारी से पीड़ित

थायराइड के मरीजों को अपनी दिनचर्या और खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। अगर कम उम्र में ही हमेशा थकान रहे, कम खाने के बाद भी वजन तेजी से बढ़ रहा है। अगर 30 की उम्र में ही बुढ़ापे के निशान दिखने लगे तो समझ लीजिए कुछ ठीक नहीं है। बाल गिरने लगना, चमड़े में रूखापन, हमेशा चिड़चिड़ा बने रहना, यौन इच्छा में प्रबल कमी जैसे संकेत दिख रहें तो समझ लें कि आप थायराइड के शिकार हो सकते हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं थाइराइड की समस्या का सामना ज्यादा करती हैं। भारत में हर 10वां इंसान थायराइड की बीमारी से जूझ रहा है। इसीलिए थायराइड के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। ये चीजें ना खाएं थायराइड (Thyroid) से पीड़ित मरीज…

ब्रोकली (गोभी)

थायराइड के मरीजों को ब्रोकोली, केला, शलजम और फूलगोभी, पत्तागोभी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए अथवा कम करना चाहिए। यह फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरी होती हैं, लेकिन इनमें आयोडीन काफी कम मात्रा में होता है जिसके कारण यह थायराइड हार्मोन के उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकते हैं। इन सब्जियों को पचाने से थायराइड की आयोडीन का उपयोग करने की क्षमता अवरुद्ध हो सकती है, जो सामान्य थायराइड के लिए आवश्यक है।

गेहूं की रोटी, पास्ता

थायराइड (Thyroid) के वाले लोग ग्लूटेन के सेवन को कम करना चाहिए। ग्लूटेन वाली चीजों का अधिक सेवन करने से छोटी आंत में जलन पैदा कर सकता है और थायराइड हार्मोन की दवा ले रहें है तो उसका असर कम कर देती है। इसलिए अपनी डाइट में अत्यधिक गेंहू की रोटी, पास्ता, ब्रेड आदि को कम ही शामिल करें। मिस्सी आटे की रोटी खाना बेहतर है।

कैफीन युक्त चीजें

थायराइड के मरीजों को कैफीन युक्त चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए। क्योंकि ये थायराइड ग्रंथि और थायराइड के स्तर दोनों पर बुरा प्रभाव डालता है।

तैलीय खाद्य पदार्थ

अधिक तैलीय वस्तुओं का सेवन थायराइड के हार्मोन के उत्पादन को कम कर सकता है। इसलि अपने भोजन में मक्खन, मेयोनीज़, मांस जैसे वसायुक्त भोजन को कम से कम शामिल करें।

फाइबर युक्त बीन्स, फलियां और सब्जियां

अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन थायराइड के मरीजों को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। यह थायराइड के उपचार को कठिन बना सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार 50 साल की उम्र तक के वयस्कों को एक दिन में 25 से 38 ग्राम फाइबर लेना चाहिए। उस लेवल से ऊपर जाने वाले साबुत अनाज, सब्जियों, फलों, बीन्स और फलियों से मिलने वाला फाइबर पाचन तंत्र को प्रभावित करती है और यदि थायराइड हार्मोन की दवा ले रहे हैं तो उसमें भी रुकावट पैदा कर सकता है।

थायराइड संबंधित बीमारी में यथासंभव उपरोक्त चीजों को कम खाएं अथवा परहेज करें। साथ ही साथ यदि आप थायराइड की दवा ले रहे हैं तो बिना चिकित्सक से पूछे दवा बिल्कुल बंद ना करें अन्यथा आप परेशान हो जाएंगे। यदि आप उचित परहेज करेंगे और नियमानुसार दवा का सेवन करते रहेंगे तो आगे चलकर थायराइड के ठीक हो जाने की संभावना हो सकती है।

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