“मणिपुर की बात” सुनने का इंतज़ार कर रहा है देश, पीएम कब बोलेंगे: खरगे

पिछले कई दिनों से भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा फैली हुई है जिसमें लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

Sandesh Wahak Digital Desk: पिछले कई दिनों से भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर (Manipur Violence) में हिंसा फैली हुई है जिसमें लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। इस हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें विपक्ष मणिपुर की राज्य सरकार और गृह मंत्री पर हमलावर भी हो चुकी है। हालांकि हिंसा मामले में गृह मंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। लेकिन उसके बाद भी मामले में सुधार होता नहीं दिख रहा है। विपक्ष का कहना है प्रधानमंत्री मोदी इस मामले में मौन साधे हुए हैं जो कि ठीक नहीं अहि और पीएम मोदी को मामले हस्तक्षेप करना चाहिए।

वहीं मणिपुर हिंसा मामले (manipur violence case) में केंद्र सरकार की चुप्पी पर एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) ने ट्वीट कर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है। खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि ऐसी ख़बर चल रही है कि, आख़िरकार मणिपुर पर गृहमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी जी से बात की है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर बोला हमला

खड़गे ने कहा कि पिछले 55 दिनों से मोदी जी ने मणिपुर पर एक शब्द नहीं कहा। पूरा देश उनकी “मणिपुर की बात” सुनने का इंतज़ार कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर मोदी जी सही में मणिपुर के बारे में कुछ भी सोचते हैं तो सबसे पहले अपने मुख्यमंत्री को बर्ख़ास्त कीजिये। उग्रवादी संगठनों व असामाजिक तत्वों से चुराए हुए हथियार ज़ब्त करें। सभी पक्षों से बातचीत शुरू करें और साझा राजनैतिक रास्ता निकाला जाएं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि सुरक्षा बलों की मदद से ब्लॉकेड ख़त्म करे। राष्ट्रीय राजमार्गों को खोलकर और सुरक्षित रखकर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करे। इसके अलावा प्रभावित लोगों के लिए राहत, पुनर्वास और आजीविका का पैकेज बिना देरी किए तैयार किया जाना चाहिए। घोषित राहत पैकेज अपर्याप्त है। आखिरी में खड़गे ने कहा कि बीजेपी और मोदी सरकार का कोई भी प्रोपेगेंडा, मणिपुर हिंसा में उनकी घोर विफलताओं पर पर्दा नहीं डाल सकता।

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