बेहद परेशान करने वाली बीमारी है Eczema, ऐसे करें इससे बचाव

शायद ही कोई ऐसा होगा जो खुजली अथवा एक्जिमा (Eczema) के बारे में अनभिज्ञ होगा।

Sandesh Wahak Digital Desk: शायद ही कोई ऐसा होगा जो खुजली अथवा एक्जिमा (Eczema) के बारे में अनभिज्ञ होगा। शरीर के किसी भी अंग के चमड़े का रंग बदल जाना, उस पर पपड़ी पड़ जाना और दिन-रात खुजलाने की इच्छा होना साथ ही साथ उसमें से कभी कभार पानी अथवा पस निकलना एक्जिमा ही तो है। एग्जिमा के कारण त्वचा खराब होने लगती है। एग्जिमा में त्वचा फटी हुई, सूखी और असामान्य रूप से खुजली वाली हो जाती है। ये समस्या शारीरिक और मानसिक रूप से इतना परेशान करती है कि हम अपने दैनिक जीवन से जुड़े कामों पर भी ध्यान नहीं लगा पाते हैं। कुछ एग्जिमा अनुवांशिक यानी जन्मजात होते हैं। जन्मजात एग्जिमा के अलावा यह अन्य कई कारणों से भी होता है। आइए इसी विषय पर थोड़ी चर्चा करें…

एटॉपिक एग्जिमा (atopic eczema)

यह एग्जिमा का ऐसा का एक ऐसा प्रकार है, जो सबसे अधिक लोगों में पाया जाता है।इसमें त्वचा पर रूखापन, जलन,लालिमा, खुजली, दर्द और त्वचा की पपड़ी उतरने जैसी समस्याएं होती हैं।एग्जिमा का यह प्रकार आमतौर पर जन्मजात कारणों से संबंधित होता है। लगातार कई दिनों तक होम्योपैथिक दवा करने से एटोपिक एग्जिमा जड़ से ठीक हो सकता है।

फोर्मेल्डिहाइड एग्जिमा (formaldehyde eczema)

यह एक ऐसा एग्जिमा होता है, जो घर में उपयोग होने वाली कुछ खास तरह की वस्तुओं से हो सकता है. या कोई वैक्सीन लेने या कुछ दवाओं के उपयोग से भी यह हो सकता है।जिन लोगों की त्वचा बहुत अधिक संवेदनशील होती है, उन्हें किसी खास धातु से भी एग्जिमा की समस्या हो सकती है।

आइसोथियाज़ोलिनोन एग्जिमा (isothiazolinone eczema) 

यह एक ऐसे प्रकार का एग्जिमा होता है, जो ऐंटिबैक्टीरियल वस्तुओं का उपयोग करने से होता है। आमतौर पर ये तमाम प्रसाधन सामग्री जैसे, क्रीम, लोशन, साबुन, पाउडर इत्यादि में उपयोग किए जाते हैं।

उपाय

  • खुद को साफ सुथरा रखें।
  • रोजाना स्नान करें।
  • अपने अंदर के वस्त्रों को रोजाना बदलें।
  • चिकित्सक से पूछे बगैर किसी भी प्रकार की प्रसाधन सामग्री अथवा क्रीम ना लगाएं।
  • नशा जैसे सिगरेट, खैनी या तम्बाकू का प्रयोग बिल्कुल न करें।
  • दिन भर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पियें।
  • हरी सब्जी एवं ताजा फल अवश्य लें।
  • बहुत ज्यादा बाहर का खाना जैसे जंक फूड ना लें।
  • सिंथेटिक वाले कपड़े जैसे टेरिलीन, टेरीकॉट कम से कम पहनें, सूती कपड़ा पहनना सबसे बेहतर विकल्प है।
  • स्नान करते समय शरीर के सारे अंगों को खूब अच्छी प्रकार से साफ करें।
  • जिनको एग्जिमा हो गया हो अथवा वैसे भी हर किसी को अपना साबुन तौलिया इत्यादि बिल्कुल अलग रखना चाहिए।

वैसे तो तमाम चिकित्सा विधाएं एग्जिमा को पूरी तरीके से ठीक करने का दावा करती हैं परंतु होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति द्वारा लक्षणों के अनुसार एग्जिमा अथवा किसी भी प्रकार के चर्म रोग को पूरी तरीके से ठीक किया जा सकता है। बशर्ते किसी सुयोग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से मिलकर धैर्य पूर्वक दवा कराई जाए।

Also Read: Stretch Marks दूर करने में मदद करेगा Lavender Oil, जानें इस्तेमाल का तरीका

Get real time updates directly on you device, subscribe now.