12वीं में पास हुए BJP के पूर्व विधायक Pappu Bhartaul, अब बनेंगे वकील

यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में बरेली जिले में एक अधेड़ परीक्षार्थी एक हाथ में प्रवेश पत्र और दूसरे हाथ में पानी की बोतल और राइटिंग पैड लिए छात्रों के बीच आकर्षण का केंद्र बने थे।

Sandesh Wahak Digital Desk। यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में बरेली जिले में एक अधेड़ परीक्षार्थी एक हाथ में प्रवेश पत्र और दूसरे हाथ में पानी की बोतल और राइटिंग पैड लिए छात्रों के बीच आकर्षण का केंद्र बने थे। उनका आकर्षण इसलिए था क्योंकि वह जिले के पूर्व विधायक हैं और इस उम्र में परीक्षार्थी के रूप में उनके प्रति लोगों में हैरानी और कौतूहल के साथ प्रशंसा का भी भाव देखा गया। जीवन में अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। जिसे सही साबित कर दिखाया है बरेली के बिथरी चैनपुर से राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने। जी हाँ 55 साल की उम्र में पप्पू भरतौल ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने भी इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली है।
दरअसल, आज यानी 25 अप्रैल को यूपी बोर्ड द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया। बरेली में हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम 87.95 प्रतिशत रहा, जबकि इंटर के 73.84 विद्यार्थी पास हुए हैं। बरेली जिले से बारहवीं के स्टूडेंट्स रहे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने भी इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली है। पप्पू भरतौल ने इस साल यूपी बोर्ड से इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी।
मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो पूर्व विधायक भी पास हो गए हैं। अब पूर्व विधायक पप्पू भरतौल का सपना वकालत करना है।

2022 में भाजपा ने नहीं दिया था टिकट

गौरतलब हो राजेश मिश्रा को 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से टिकट मिला और उन्होंने बरेली के बिथरी चैनपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। हालांकि, उन्हें पिछले साल विधानसभा चुनाव (2022) के लिए पार्टी से टिकट से वंचित कर दिया गया था। एक राजनीतिज्ञ के रूप में अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद, मिश्रा ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

पूर्व विधायक बनना चाहते हैं फ्री फीस वकील

राजेश मिश्र कहते हैं, एक जनप्रतिनिधि के रूप में मैंने महसूस किया कि बहुत बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को न्याय नहीं मिल पाता क्योंकि वह अधिवक्ताओं का खर्च वहन नहीं कर पाते हैं। उन्‍होंने कहा, मैं ऐसे लोगों की मदद करना चाहता हूं और ऐसा करने के लिए मैं अधिवक्‍ता बनना चाहता हूं। उन्होंने कहा, अब मैं आगे अपनी पढ़ाई जारी रखूंगा और इसीलिए मैंने विज्ञान वर्ग में रुचि होने के बावजूद कला वर्ग को चुना ताकि अपनी मंजिल हासिल कर सकूं।

दिन में काम रात को पढ़ाई करते थे पप्पू भरतौल

पप्पू भरतौल ने बोर्ड परीक्षा के लिए अपने विषयों के रूप में हिंदी, ललित कला, सामाजिक अध्ययन, नागरिक शास्त्र और समाजशास्त्र को चुना था। इनका कहना है ये विषय मुझे कानून की पढ़ाई में भी मदद करेंगे। मिश्रा का कहना है, मैं ज्यादातर रात में पढाई करता था।

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