यूक्रेन द्वारा क्रेमलिन पर Drone हमले के निहितार्थ

रुस के राष्ट्रपति पुतिन की हत्या के लिए यूक्रेन ने क्रेमलिन (राष्ट्रपति भवन) पर दो ड्रोन हमले (Drone Attack) किए।

Sandesh Wahak Digital Desk: रुस के राष्ट्रपति पुतिन की हत्या के लिए यूक्रेन ने क्रेमलिन (राष्ट्रपति भवन) पर दो ड्रोन हमले (Drone Attack) किए। इस हमले को युद्धक रडार प्रणाली के जरिए विफल कर दिया गया है और अब पुतिन अपने आवास में बने बंकर से कामकाज देख रहे हैं। हालांकि यूक्रेन ने इस दावे को खारिज किया है। बावजूद इसके रूस ने यूक्रेन पर पलटवार की चेतावनी दी है।

सवाल यह है कि…

  • क्या पुतिन पर हुए हमले ने रूस-यूक्रेन युद्ध को निर्णायक मोड़ पर खड़ा कर दिया है?
  • यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के अंदर अचानक इतना साहस कहां से आ गया?
  • क्या अमेरिका के इशारे पर यह ड्रोन हमला (Drone Attack) किया गया है?
  • क्या पुतिन को उकसाना यूक्रेन के लिए भारी पड़ सकता है?
  • आखिर पुतिन-जेलेंस्की शांति की मेज पर क्यों नहीं आ रहे हैं?
  • अमेरिका और यूरोपीय शक्तियां भी शांति की जगह युद्ध की ज्वाला को भडक़ाने में क्यों लगीं हुईं हैं?
  • क्या पुतिन के नेतृत्व में मजबूत होते रूस को फिर से कमजोर करने की गहरी साजिश रची जा रही है?
  • क्या यह हमला तीसरे विश्व युद्ध की आहट है?

यूक्रेन में आर्थिक गतिविधियां ठप

यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाने की जेलेंस्की की जिद ने अपने देश को युद्ध की आग में झोंक दिया है। पिछले 14 माह से यह जंग जारी है। इसने यूक्रेन को लगभग तबाह कर दिया है। यूक्रेन के कई लाख नागरिक रूसी मिसाइल हमलों से बचने के लिए देश छोडक़र पलायन कर चुके हैं। खेती-बाड़ी समेत कई आर्थिक गतिविधियां ठप हो गयी हैं। हमले से अभी तक यूक्रेन को जितनी क्षति पहुंची है, उसकी ही भरपाई करने में कम से कम पचास साल लगेंगे।

शांति वार्ता के मूड में नहीं हैं जेलेंस्की

Drone

वहीं रूस के खिलाफ अमेरिका, नाटो (NATO) और यूरोपियन देशों का सहयोग जेलेंस्की को मिल रहा है। ये देश पैसे और आधुनिक हथियारों से यूक्रेन की मदद कर रहे हैं और इसके पीछे पूरी तरह अमेरिका का हाथ है। वह यूक्रेन के कंधे पर सवार होकर अपने स्वार्थों की पूर्ति कर रहा है। अमेरिका का लक्ष्य रूस को लंबे युद्ध में फंसा कर उसकी आर्थिक व्यवस्था को ध्वस्त करना है। इसके लिए वह यूक्रेन को लगातार उकसा रहा है। यही वजह है कि शुरुआत में शांति की बात करने वाले जेलेंस्की अब रूस की शांति वार्ता की पेशकश को ठुकरा रहे हैं और युद्ध लंबा खिंचता जा रहा है। इसमें दो राय नहीं कि यदि यूक्रेन हमले में तबाह हो रहा है तो रूस की हालत भी खराब हो रही है। रूस में भी इस युद्ध को लेकर समाज के एक वर्ग में अंदरखाने असंतोष पैदा हो रहा है।

Drone हमले का पलटवार करेंगे पुतिन!

हैरानी की बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र भी इस युद्ध को समाप्त कराने में कोई अहम भूमिका नहीं निभा सका है। अमेरिका भले की शांति की बात कर रहा हो, उसकी इच्छा रूस को मटियामेट करने की दिख रही है अन्यथा ऐसा कोई कारण नहीं कि युद्ध को शांति में नहीं बदला जा सकता है। ऐसे में रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर हमला एक नए और भयानक खतरे की ओर संकेत कर रहा है। पुतिन पलटवार किए बिना नहीं रहेंगे। यह स्थिति एक और विश्व युद्ध (World War) की पटकथा लिख सकती है।

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