Lucknow: खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहा CMS, खतरे में हजारों नौनिहालों की जान

लखनऊ शहर (Lucknow City) में नियम विरुद्ध बनी बिल्डिंगों में तमाम बार अग्निकांड से लेकर कई बड़े हादसे सामने आ चुके हैं, हादसों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं।

Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ शहर (Lucknow City) में नियम विरुद्ध बनी बिल्डिंगों में तमाम बार अग्निकांड से लेकर कई बड़े हादसे सामने आ चुके हैं, हादसों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं। लेकिन ऐसे प्रतिष्ठानों के खिलाफ न तो संबंधित विभाग कार्रवाई कर रहे हैं न ही शासन स्तर पर इसका संज्ञान लिया जा रहा है। यही कारण है कि राजधानी के गली-मोहल्लों में धड़ल्ले से ऐसे प्रतिष्ठान खुलते जा रहे हैं जहां एक समय में हजारों लोगों का आवागमन रहता है।

हम बात कर रहे हैं राजधानी (Lucknow) के उन प्राइवेट स्कूलों की जो कि बिना नक्शे के आवासीय प्लाटों में संचालित हैं। जहां हजारों नौनिहालों की जिंदगियां दांव पर लगी हुई हैं। इस खेल मेें शहर के कर्ई नामी स्कूल भी पीछे नहीं हैं। शहर के सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) की बात करें तो इसकी तमाम शाखाएं विभिन्न इलाकों में खुली हुई हैं। इनमें से कई शाखाएं ऐसी हैं जिनका नक्शा न तो एलडीए (LDA) से पास है और न ही आवास विकास से स्वीकृत है।
थाना अलीगंज निकट सिटी मांटेसरी स्कूल की शाखा की बात करें तो यहां सरकारी मानकों के विपरीत स्कूूल का संचालन हो रहा है।

अवैध बिल्डिंगों में चल रहे कई स्कूल

एलडीए के आवासीय प्लाट पर स्कूल संचालित है, सीधे तौर पर कहें तो इस अवैध बिल्डिंग में संचालित स्कूल में सुरक्षा के सभी मानक ताक पर हैं। इस ओर न तो एलडीए अफसरों की नजर जा रही है न ही अग्निशमन विभाग की। जबकि पिछले साल लेवाना कांड के बाद ऐसी बिल्डिंगों की जांच के आदेश दिए गए थे। इसी तरह इन्दिरा नगर में संचालित सिटी मांटेसरी स्कूल की शाखा भी अवैध इमारत में संचालित है। स्कूल में रोजाना हजारों की संख्या में बच्चे पढऩे के लिए आते हैं। दुर्भाग्यवश अगर कभी कोई हादसा हो जाए तो बड़ी घटना सामने आ सकती है।

रसूख के आगे सब बेबस

नाम न छापने की शर्त पर एलडीए के एक अफसर ने बताया कि सिटी मांटेसरी स्कूल की बिल्डिंगों के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। पिछले दिनों उसकी एक शाखा को नोटिस दी गई थी जिसके चलते उच्च स्तरीय दबाव देखने को मिला। सूत्र बताते हैं किइसका कारण यह है कि सीएमएस में कई बड़े अफसर व नेताओं के बच्चे पढ़ते हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि सिटी मांटेसरी स्कूल के मालिक जगदीश गांधी की सियासी पहुंच के चलते कोई भी स्कूल की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता।

कोई भी स्कूल या प्रतिष्ठान हो अवैध निर्माण करने की अनुमति किसी को नहीं है, मामले में प्रवर्तन अनुभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा।
डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी उपाध्यक्ष, एलडीए

Lucknow की कई शाखाओं में नहीं है पार्किंग की सुविधा

शहर में संचालित सिटी मांटेसरी स्कूल की तमाम शाखाएं ऐसी हैं जहां वाहन पार्किंग नहीं है, जिसके चलते बच्चों व उनके अभिवावकों के वाहन सडक़ पर ही खड़े होते हैं। इन्दिारा नगर में स्कूल प्रशासन ने सार्वजनिक सडक़ पर कब्जा कर रखा है, जहां बच्चों की साइकिलें खड़ी की जाती है। जिससे स्थानीय निवासियों को आवागम में असुविधा होती है। वहीं, छुट्टी के समय यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।

लखनऊ शहर में सिटी मान्टेसरी स्कूल (सीएमएस) की सभी शाखाओं के भवन के नक्शे पास हैं। प्रत्येक शाखा के भवन में सुरक्षा के सभी बंदोबस्त किए गए हैं। फायर सिस्टम सहित अन्य सभी सुरक्षा उपायों की समय-समय पर जांच की जाती है। उनको परखा जाता है कि वे सही से काम कर रहे है या नहीं।
ऋषि खन्ना (जनसम्पर्क अधिकारी, सीएमएस)

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