भयानक सिरदर्द, कहीं ये माइग्रेन तो नहीं.. कैसे पहचाने एवं अंतर करें?

आमतौर पर लोग सिर में होने वाले किसी भी किस्म के दर्द को माइग्रेन (Migraine) मान लेते हैं। जबकि माइग्रेन और सामान्य सिरदर्द अलग-अलग हैं।

Sandesh Wahak Digital Desk: आमतौर पर लोग सिर में होने वाले किसी भी किस्म के दर्द को माइग्रेन (Migraine) मान लेते हैं। जबकि माइग्रेन और सामान्य सिरदर्द अलग-अलग हैं। माइग्रेन का मुख्य लक्षण सिरदर्द ही है लेकिन ये सामान्य रूप से होने वाले सिरदर्द से काफी अलग होता है। यह कतई जरूरी नहीं है कि सिर में होने वाला दर्द माइग्रेन का ही हो। माइग्रेन में आमतौर पर सिर के दाएं या बाएं दोनों में से एक हिस्से में दर्द होता है। माइग्रेन एक गंभीर बीमारी है, जिस को ठीक करने में समय लगता है। माइग्रेन की पीड़ा कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रहती है। आइए आज इसी विषय पर आपको विस्तार से बताते हैं…

क्या है सिरदर्द?

सिर में होने वाले सामान्य दर्द की वजह भी अलग होती है। यह थकान, भूख ना लगने, नींद न आने जैसे कारणों से होता है। यह दर्द अधिकतर अस्थाई होता है जो थोड़ी देर में ठीक भी हो जाता है। सामान्य सिरदर्द में सिर के दोनों हिस्सों में आंखों के आसपास दर्द होता है। यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। एक सामान्य सिरदर्द 30 मिनट से एक सप्ताह तक रह सकता है। सबसे आम सिरदर्द का कारण तनाव है। तनाव, मांसपेशियों में खिंचाव और चिंता के कारण इस तरह सिरदर्द होता है।

क्या है Migraine?

सिर के एक हिस्से में बहुत ज्यादा दर्द होने लगता है और ऐसा लगने लगता है जैसे कोई हथौड़े से मार रहा हो। यह दर्द सिर के आधे हिस्से में होता है, लेकिन कभी-कभी (in rare case) यह पूरे हिस्से में भी हो सकता है। दर्द की यह स्थिति कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक रह सकती है। इस दर्द को माइग्रेन, अधकपारी या अर्धशीशी कहते हैं। माइग्रेन सिरदर्द (migraine headache) के पीछे रक्तवाहिनियों का बड़ा होना और नर्व फाइबर्स की ओर से केमिकल का स्राव करने के संयुक्त कारण उत्तरदायी होते हैं। सिरदर्द के दौरान, खोपड़ी के बिलकुल नीचे स्थित धमनी बड़ी हो जाती है। इसकी वजह से एक केमिकल का स्राव होने लगता है जो जलन, दर्द और रक्तवाहिनी को और चौड़ा करने का काम करता है। मुख्यतौर पर लोग दो तरह के माइग्रेन क्लासिकल और नॉन-क्लासिकल (Migraine classical and non-classical) से ज्यादा प्रभावित होते हैं।

माइग्रेन के कारण

माइग्रेन का सटीक कारण तो अभी तक अज्ञात है, लेकिन यह मस्तिष्क में असामान्य रूप से तंत्रिका संकेतों, केमिकल और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली असामान्य गतिविधि का परिणाम माना जाता है। अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि मस्तिष्क की गतिविधि में इस बदलाव के क्या कारण हैं।

माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन की स्थिति में सिर में बहुत तेज दर्द होता है, जो सिर के एक या दोनों ओर हो सकता है। मतलब, माइग्रेन का दर्द ऐसा होता है जैसे सिर पर कोई जोर से हथौड़ा मार रहा हो। इसका दर्द चार से 72 घंटों तक रह सकता है। माइग्रेन में जी मिचलाने की समस्या होती है, जिससे उल्टी भी हो सकती है। माइग्रेन पाचन खराब कर सकता है और कुछ लोगों में तो माइग्रेन के दौरान ब्लड प्रेशर भी लो हो जाता है। ऐसे लोग जिनके परिवार में माइग्रेन का इतिहास है, उन्हें  यह बीमारी होने का खतरा थोड़ा अधिक रहता है।
ज्यादातर चिकित्सकों का मानना है कि माइग्रेन (Migraine) के इलाज के लिए होम्योपैथिक विधा को ही सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। यदि किसी को माइग्रेन है तो भोजन बहुत गरिष्ठ नहीं करना चाहिए तथा यथासंभव अल्कोहल, बहुत ज्यादा चाय एवं कॉफी का सेवन, जंक फूड, देर रात तक जागने, बेवजह का तनाव लेने इत्यादि से यथासंभव परहेज करना चाहिए।

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