‘भगवान राम के नाम पर वोट लेने वालों ने…’, कांग्रेस का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला

Sandesh Wahak Digital Desk : कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने उसकी योजनाओं में ‘घोटाले’ को उजागर करने वाले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के तीन अधिकारियों का तबादला कर दिया और वह अब इस संस्था का गला घोंट रही है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि स्वायत्त संस्था पर ‘बुलडोजर चलाने’ को विपक्ष बर्दाश्त नहीं करेगा। कांग्रेस के आरोप पर सरकार की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

कैग की रिपोर्ट पर नहीं हुआ कोई ‘आंदोलन’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘जिस कैग ने साल 2015 में 55 रिपोर्ट दी थी, 2023 में वही कैग बड़ी मुश्किल से रिपोर्ट दे पा रहा है। ‘भारतमाला’ परियोजना में एक रुपये का काम 14 रुपये में किया गया। एक किलोमीटर की सड़क को 4 तरीके से नापकर 4 किलोमीटर की सड़क बताया गया। आयुष्मान योजना के घोटाले सामने आए, जहां एक ही मोबाइल नंबर से लाखों लोग जुड़े थे’। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘कैग की रिपोर्ट पर रामलीला मैदान में भी कोई ‘आंदोलन’ देखने को नहीं मिला’।

खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘भगवान राम के नाम पर वोट लेने वालों ने भगवान राम के घर को भी नहीं छोड़ा। भाजपा ने ‘अयोध्या विकास परियोजना’ में ठेकदारों के साथ मिलकर करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा किया। इसी के साथ उड़ान, रेलवे, खादी ग्राम उद्योग, ग्रामीण विकास किसी को नहीं छोड़ा। यानी…खाऊंगा और खिलाऊंगा अगर बता दोगे, तो चुप भी कराऊंगा।

मोदी सरकार कैग का गला घोंट रही – कांग्रेस

उन्होंने दावा किया कि कैग के जिन तीन अधिकारियों ने मोदी सरकार के घोटालों को उजागर किया, उनका तबादला कर दिया गया। कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘सबसे चौंकाने वाली बात है कि कैग मुंबई कार्यालय को एक ईमेल भेजा गया, जिसमें कहा गया कि सारा ऑडिट और फील्ड वर्क रोक दिया जाए। यानी मोदी सरकार इस तरह से कैग का गला घोंट रही है’।

उन्होंने सवाल किया ‘कैग को सारा फील्ड वर्क बंद करने का आदेश किसके कहने पर दिया गया? जिन कैग अधिकारियों ने घोटालों को उजागर किया उनका ट्रांसफर क्यों किया गया? किसके निर्देश पर कैग का गला घोंटा जा रहा है?’

खेड़ा ने कहा ‘स्वायत्त संस्था पर आप बुलडोजर चलाएंगे तो विपक्ष इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा’। उन्होंने अन्ना आंदोलन का हवाला देते हुए दावा किया, ‘कैग रिपोर्ट को आधार बनाकर ही रामलीला मैदान में कुछ ठग इकट्ठा एकत्र हुए थे। इनका मकसद डॉ. मनमोहन सिंह जी की साफ छवि को खराब करना और संप्रग सरकार को बदनाम करने का था’।

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