Health Update: समर सीजन में ठंडी चीजों के साथ इन स्ट्रीट फूड से बनाएं दूरी

मई में मौसम कभी ठंडा तो कभी गर्मी भरा हो रहा है। ऐसे मौसम में हेल्थ (Health Update) का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है।

Sandesh Wahak Digital Desk: मई में मौसम कभी ठंडा तो कभी गर्मी भरा हो रहा है। ऐसे मौसम में हेल्थ (Health Update) का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। खासकर उन लोगों के लिए जो घर का हेल्दी खाना न खाकर फास्ट फूड लवर्स हैं। इस मौसम में जरा सी लापरवाही स्वास्थ्य को खराब कर सकती है। मौसम में बदलाव की वजह से किसी की इम्यूनिटी कम हो रही है तो कोई इंफेक्शन की चपेट में आ रहा है। इस समय न्यूट्रिशनिस्ट के पास हर सप्ताह 10 से 15 केस आ रहे हैं। जिसमें फूड पॉइजनिंग और हेपेटाइटिस (food poisoning and hepatitis) के केस ज्यादा हैं।

इन चीजों को करें शामिल- बढ़ती गर्मी और गलत खान-पान बॉडी को डिहाइड्रेट बना देता है। ऐसे में जरूरी है कि घर की बनी ड्रिंक, मट्ठा, दही, नींबू पानी, केरी पना, सत्तू, सीजनल फ्रूट्स या उनका जूस, सलाद और घर का बना हल्का खाना खाएं। चाय-कॉफी को 2 से 3 बार ही लें। ये डाइट बॉडी को हाइड्रेट रखेगी और बीमारियों से भी बचाएगी।

लिक्विड डाइट का करें प्रयोग

मौसम के हिसाब से आप किसी भी तरह का लिक्विड ले सकते हैं। अभी गर्मी के मौसम में आप आम रस, केरी का पना, गन्ने का जूस प्लान में शामिल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि ये सभी चीजें ताजी हों, जिससे सेहत को फायदा मिले।

इनको करें अवॉइड

इस मौसम में स्ट्रीट फूड और मार्केट में मिलने वाले फूड से दूरी बना लें। इसमें चाट पकोड़ी, पिज्जा, पापड़ी, स्ट्रीट आइसक्रीम, तली-भुनी और ऑयली चीजों को पूरी तरह से अवॉइड करें। साफ-सफाई का भी ध्यान रखें।

मौसमी फल ही खाएं

डाइटीशियन अन्नपूर्णा भटनागर कहती हैं कि मौसम में बदलाव के कारण (due to climate change) बीमारियों को खतरा तेजी से बढ़ जाता है और उन लोगों को अपनी चपेट में लेता है जिनकी इम्यूनिटी कम होती है। इसके लिए विटामिन सी (Vitamin C) भरपूर मात्रा में लें। मौसमी फलों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें।

दरअसल, बदलते मौसम (Changing Weather) में वायरल होने का खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ जाता है और लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। इसमें सर्दी, खांसी और जुकाम (cough and cold) जैसी समस्याएं होना सामान्य बात है। इस मौसम में बारिश की वजह से मच्छर पनपने लगते हैं। जिससे मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही बारिश के बाद बढ़ने वाली सर्दी की वजह से बॉडी पैन, सिरदर्द जैसी परेशानी शुरू हो जाती हैं। तापमान का इतना उतार-चढ़ाव शरीर संभाल नहीं पाता।

बढ़ रही पेट की बीमारियां

अन्नपूर्णा भटनागर ने बताया कि बीमारी हमेशा पेट से शुरू होती है। इस वजह से बदलते मौसम में पेट का ध्यान रखना जरूरी होता है। गलत खान-पान की वजह से पेट संबंधी बीमारियां शुरू हो जाती हैं। जिसमें गैस, खट्टी डकारें, अपच, फूड पॉइजनिंग, हीट स्ट्रोक, वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) जैसी शिकायतें हो रही हैं।

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