आयकर रेड में जेएसवी ग्रुप की करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग बेनकाब

जमीन के बदले गैलेंट से करोड़ों लिये नकद, नोटबंदी में पुराने नोटों से खरीदी जमीनें, दर्जनों संपत्तियों के दस्तावेज मिले, वसूला जायेगा जुर्माना

Sandesh Wahak Digital Desk : बाराबंकी और लखनऊ के सात ठिकानों पर 48 घंटों की छापेमारी के दौरान आयकर विभाग के हाथ जेएसवी समूह के मालिक जय शंकर वर्मा के काले साम्राज्य की पूरी कुंडली आ गयी है। इस समूह ने बड़े नेताओं से लेकर शीर्ष पदों पर बैठे अफसरों की काली कमाई भी खूब खपाई है।

यही नहीं गैलेन्ट को करोड़ों की जमीने बेचकर नकद पैसा लेना जेएसवी समूह ने आयकर अफसरों के सामने स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद आयकर विभाग जेएसवी समूह से टैक्स चोरी पर भारी जुर्माना वसूलने की तैयारी कर रहा है। वहीं करीब तीन दर्जन सम्पत्तियां भी आयकर अफसरों को मिली है। कई कंपनियों के सहारे मनीलांड्रिंग को अंजाम दिया गया है।

आयकर विभाग वसूलेगा सौ फीसदी जुर्माना और टैक्स 

जेएसवी समूह ने गैलेन्ट ग्रुप को बाराबंकी देवां रोड और लखनऊ में तकरीबन 110 एकड़ भूमि बेची थी। जिसके लिए उसे 50 करोड़ से ज्यादा का नकद भुगतान हुआ। आयकर विभाग जेएसवी समूह से इस धनराशि का सौ फीसदी जुर्माना और टैक्स वसूलेगा। जो करीब सौ करोड़ तक भी जा सकता है। आयकर अफसरों से जमीन की इस खरीद फरोख्त के जरिये टैक्स चोरी को जेएसवी समूह के मालिक जय शंकर वर्मा ने कबूल भी लिया है।

बाराबंकी का रियल एस्टेट व्यवसायी हबीबुल्लाह ही जेएसवी समूह के लिए किसानों को नकद पैसा देकर जमीने खरीदने का काम करता था। इसकी जमीने भी गैलेन्ट को बेची गयी हैं। खासतौर पर नोटबंदी के दौरान बड़ी संख्या में पुराने नोटों के जरिये जमीनों की खरीद की गयी है। गैलेन्ट ग्रुप पर पड़े आयकर छापों की जांच में जेएसवी समूह से हुए जमीन सौदों के दस्तावेज मिलने के बाद ये बड़ी छापेमारी की गयी है।

सूत्रों की माने तो गैलेन्ट पर कार्रवाई के दौरान जेएसवी के कर्ताधर्ताओं ने सौदों से जुड़े साक्ष्यों को आग के हवाले किया था। जिसमें मोबाइल और सिम भी शामिल है। जेएसवी समूह ने बेहिसाब सम्पत्तियां खरीदी हैं। ऐसी करीब तीन दर्जन सम्पत्तियों के दस्तावेज आयकर अफसरों को मिले हैं।

अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव समेत कई बड़े अफसरों नेताओं व एक ग्रुप ने खपाई करोड़ों की काली कमाई

जेएसवी समूह पर हुई छापेमारी में कई बड़ों की करोड़ों की काली कमाई को सफ़ेद करने का खेल भी पकड़ा गया है। इसमें बाराबंकी, लखनऊ और दिल्ली तक के नेताओं समेत अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्तर के दो वरिष्ठ आईएएस समेत कई अफसर शामिल हैं। इन दोनों अफसरों को योगी सरकार ने बेहद अहम विभागों की कमान थमा रखी है।

आयकर विभाग के पास इन अफसरों और नेताओं की पूरी कुंडली आ गयी है। इनमें से एक नेता तो काफी चर्चित भी हैं। गैलेन्ट के अलावा भी एक बड़े समूह ने जेएसवी में बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपए खपाये हैं। इस ग्रुप के ऊपर पहले भी आयकर की छापेमारी हो चुकी है। फिलहाल आयकर अफसर गहराई से जांच में जुटे हैं। जिसके बाद मनीलांड्रिंग के इस खेल में कई और बड़े चेहरे बेनकाब होने तय हैं।

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