Ritesh Pandey Ambedkar Nagar: बीजेपी की आंधी में चुनाव जीतने वाले नेता पर PM मोदी ने जताया विश्वास, बनाया प्रत्याशी

Ritesh Pandey Ambedkar Nagar: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र अपनी पहली सूची जारी कर दी है. भाजपा की पहली लिस्ट आने के बाद से सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. इस सूची में कई नाम ऐसे भी हैं. जिनको लेकर बड़ी चर्चाएं थीं. उन्हीं में से एक नाम था बहुजन समाज पार्टी के सांसद रितेश पांडेय का. जोकि अभी हाल ही में भाजपा में आये हैं.

दरअसल, भाजपा ने सांसद रितेश पाण्डेय को अम्बेडकरनगर लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट 195 सीटों की जारी की जिसमें यूपी की 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया है. उसमें अम्बेडकरनगर लोकसभा सीट भी शामिल है. जहां से पार्टी ने सांसद रितेश पाण्डेय को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.

बता दें कि सांसद रितेश पाण्डेय अभी कुछ दिनों पूर्व ही बीएसपी की सदस्यता छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी.

रितेश पांडेय साल 2019 में बीएसपी के सिम्बल पर चुनाव लड़े थे. और बीजेपी के ही प्रत्याशी मुकुट बिहारी वर्मा को पराजित कर सांसद बने थे. रितेश पाण्डेय का राजनीति में प्रवेश पिता की विरासत संभालने को लेकर हुई थी. साल 2009 में जब इनके पिता राकेश पाण्डेय सांसद चुने गए, तो जलालपुर विधानसभा जहां से राकेश पाण्डेय विधायक रह चुके थे. उनकी विरासत रितेश पांडेय को दी गयी. इसके बाद साल 2012 का विधानसभा चुनाव रितेश पाण्डेय ने बीएसपी के सिंबल पर लड़ा. लेकिन रितेश पांडेय अपना पहला चुनाव हार गए.

पहली बार बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे रितेश

रितेश पांडेय साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की आंधी के बावजूद जलालपुर से बीएसपी के सिंबल पर चुनाव जीतने में सफल रहे थे. 2 साल बाद 2019 में लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने रितेश पाण्डेय को लोकसभा का टिकट दे दिया. बीजेपी की जबरदस्त लहर के बावजूद रितेश पाण्डेय अम्बेडकरनगर लोकसभा चुनाव में जीत का परचम लहरा कर संसद पहुँच गए… वहीं, अब एक बार फिर वह चुनावी मैदान में है. फर्क इतना है कि इस बार सिंबल बदल गया है. और हाथी के बजाय अब कमल के सहारे रितेश चुनावी वैतरणी पार करने का प्रयास करेंगे.

विरासत में मिली राजनीति

रितेश पांडेय का पूरा परिवार राजनीति से जुड़ा हुआ है. इनके पिता राकेश पाण्डेय दो बार विधायक और एक बार सांसद चुने जा चुके हैं. राकेश पाण्डेय वर्तमान में जलालपुर विधानसभा से सपा के विधायक है. जबकि पहली बार वह 2002 में सपा से जलालपुर से विधायक चुने गए थे. जबकि साल 2009 में राकेश पाण्डेय बीएसपी के सिंबल पर अम्बेडकर नगर से सांसद चुने गए थे. इनके चाचा पूर्व विधायक पवन पाण्डेय हैं. और इनकी गणना बाहुबलियों में होती है. पवन पांडेय साल 1991 में शिवसेना से चुनाव लड़कर अकबरपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे.

रितेश पांडेय को मिल चुका है उत्कृष्ट ग्रेड

रितेश पांडे को संसदीय बिजनेस सर्वे में देश के 539 सांसदों के बीच 19वां स्थान दिया गया हैं. वह टॉप-20 में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के सांसद हैं. विकास कार्यों पर किए गए खर्च के लिए भी पांडे को उत्कृष्ट ग्रेड मिला है. रितेश पांडे कई संसदीय समितियों के सक्रिय सदस्य भी हैं, जैसे विदेश मामलों की स्थायी समिति, व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक की जांच करने वाली संयुक्त संसदीय समिति 2019 और जैविक विविधता (संशोधन) पर संयुक्त संसदीय समिति बिल 2021

ब्रिटिश लड़की से रचाई शादी

रितेश की शादी लंदन में रहने वाली कैथरीना से हुई है. उन्होंने अपनी शादी के समय खुद इस बात का एलान किया था. इस ऐलान ने उस समय खूब सुर्खियां बटोरी थी. रितेश ने अपनी शादी के समय यह जानकारी शेयर की थी कि उनकी पत्नी कैथरीना मनोविज्ञान शोधकर्ता हैं. और उनके पिता इंग्लैंड में चिकित्सक हैं. रितेश और कैथरीना कई सालों से एक-दूसरे को जानते थे. परिवार की मंजूरी मिलने के बाद उन्होंने अपने रिश्ते को आगे बढ़ाया. साल 2020 में दोनों शादी के बंधन में बंधे थे. इस दंपति के एक बेटा भी हैं.

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हालांकि, रितेश पांडेय अब चुनावी मैदान में क्या कमाल कर पाते हैं. ये आगे आने वाला वक्त ही तय करेगा.

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