आयुष कॉलेज फर्जीवाड़ा मामला: ईडी जल्द दर्ज करेगी मनीलॉन्ड्रिंग का केस

पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी और अपर मुख्य सचिव प्रशांत त्रिवेदी की मुश्किलें बढऩीं तय, मुख्यालय की हरी झंडी के बाद सीबीआई भी शुरू करेगी जांच

Sandesh Wahak Digital Desk: आयुष कॉलेजों के दाखिलों में हुए फर्जीवाड़े पर अब ईडी की भी पैनी नजरें हैं। पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी और अपर मुख्य सचिव प्रशांत त्रिवेदी के खिलाफ एसटीएफ ने दाखिल चार्जशीट में आरोप लगाया है कि उन्होंने लाखों की घूस खाई है। जिसके बाद हाईकोर्ट ने इस फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। जिसको देखते हुए ईडी भी मनीलॉन्ड्रिंग कानून के तहत केस दर्ज करेगी।

आयुष फर्जीवाड़ा: पहले भी खूब विवादों में रहे हैं अपर मुख्य सचिव प्रशांत त्रिवेदी

दरअसल, ईडी अफसरों ने एसटीएफ की चार्जशीट के साथ ही इस फर्जीवाड़े से जुड़े अहम दस्तावेजों का अध्ययन शुरू कर दिया है। जल्द ही ईडी प्रवर्तन सूचना मामला रिपोर्ट यानि ईसीआईआर दर्ज करेगी। कॉलेजों ने पांच-पांच लाख रूपए प्रति प्रवेश की रकम छात्रों से दाखिलों के एवज में अफसरों संग वसूली है। 891 छात्रों के दाखिलों में फर्जीवाड़ा करके करोड़ों की रकम वसूली गयी है। जिसका बड़ा हिस्सा आयुष विभाग के अफसरों में बंटा है।

सीबीआई ने पहले ही इस संबंध में एसटीएफ के अधिकारियों से संपर्क साधा है। हाईकोर्ट के आदेश के बारे में सीबीआई मुख्यालय को भी बताया गया है। जहां से हरी झंडी मिलते ही सीबीआई भी केस दर्ज करेगी। जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का सच बाहर आएगा।

कभी भी केस दर्ज कर सकती है सीबीआई

आयुष फर्जीवाड़े में सीबीआई कभी भी केस दर्ज कर करती है। सीबीआई ने एसटीएफ की चार्जशीट समेत कई दस्तावेज हासिल कर लिए हैं। केस दर्ज होते ही पूर्व आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और तत्कालीन प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी की मुश्किलें बढऩी तय हैं। आयुष विभाग में मंत्रियों के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप कतई नए नहीं है। इससे पहले बसपा सरकार में होम्योपैथी मंत्री रहे नन्द गोपाल गुप्ता के ऊपर भी अरबों के लैकफेड घोटाले में शामिल होने के आरोप लग चुके हैं।

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