दिग्विजय चौटाला बने भारतीय हैंडबॉल संघ के नए अध्यक्ष, गतिरोध हुआ खत्म

Sandesh Wahak Digital Desk : भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के हस्तक्षेप के बाद दिग्विजय चौटाला को भारतीय हैंडबॉल संघ (एचएआई) का अध्यक्ष और जगन मोहन राव को महासचिव चुना गया जिससे खेल के संचालन को लेकर लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया।

एचएआई ने इस मुद्दे को सुलझाने में भूमिका के लिए आईओए को धन्यवाद दिया और भारत में खेलों की शीर्ष संस्था से मान्यता का आग्रह किया।

पिछले कुछ वर्षों से राव और चौटाला दोनों की अगुआई वाली संस्थाएं हैंडबॉल का वैध राष्ट्रीय महासंघ होने का दावा कर रहीं थी। कौन की संस्था खेल का संचालन करेगी इस भ्रम के कारण पिछले साल गुजरात में हुए राष्ट्रीय खेलों से हैंडबॉल को हटा दिया गया था। आईओए ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ‘भारतीय ओलंपिक संघ आज भारतीय हैंडबॉल संघ में महीनों से चले आ रहे गतिरोध का हल निकालने में बड़ी सफलता की घोषणा करता है। खेल और खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए दोनों गुट अब मिलकर काम करेंगे’।

राव को महासचिव और तेजराज सिंह को कोषाध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की

आपसी सहमति से निकाला गया यह हल काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत आगामी हांगझोउ एशियाई खेलों की तैयारी कर रहा है। आईओए अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे पत्र में एचएआई की कार्यकारी समिति ने सोमवार को चौटाला को सर्वसम्मति से अध्यक्ष, राव को महासचिव और तेजराज सिंह को कोषाध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की।

उषा ने मामले का हल निकलने पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि ‘एचएआई ने सभी खेल महासंघों के लिए उदाहरण पेश किया है कि बातचीत से सभी मुद्दों का हल निकाला जा सकता है। मुझे खुशी है कि आईओए खेल और इसके खिलाड़ियों के प्रति समान लक्ष्यों के प्रति काम करने के लिए दोनों पक्षों को एक साथ लाने में सफल रहा’।

चौटाला और राव दोनों ने भारत में हैंडबॉल की बेहतरी के लिए एकजुट होकर काम करने की बात कही।

चौटाला ने कहा ‘संचालन के मुद्दे का हल निकालने में मार्गदर्शन के लिए मैं आईओए को धन्यवाद देता हूं। अब हम आगे बढ़ेंगे और देश में खेल के लिए एक साथ काम करेंगे’। राव ने कहा कि ‘भारत में हैंडबॉल की सेवा और हमारे खिलाड़ियों के विकास के लिए मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा’।

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