Jharkhand : IAS अधिकारी समेत तमाम परिसरों पर छापेमारी, सात लोग गिरफ्तार

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित रूप से जमीन हड़पने के एक मामले में धनशोधन संबंधी जांच के सिलसिले में झारखंड (Jharkhand), बिहार और पश्चिम बंगाल में छापेमारी के बाद एक सरकारी अधिकारी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अफशर अली, इम्तियाज अहमद, प्रदीप बागची, मोहम्मद सद्दाम हुसैन, तल्हा खान, भानु प्रताप प्रसाद और फैयाज खान के रूप में की गई है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रसाद झारखंड (Jharkhand) सरकार में मंडल निरीक्षक हैं। जबकि बाकी छह मामले में शामिल ‘बिचौलिये’ बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, सातों लोगों को धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।

झारखंड (Jharkhand), बिहार और पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को कुल 22 स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान, 2011 बैच के झारखंड काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी छवि रंजन के परिसरों पर भी छापे मारे गए थे। रंजन पहले झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची में उपायुक्त के तौर पर पदस्थ थे। छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने उनसे पूछताछ भी की थी।

छापेमारी की कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई और एजेंसी कथित रूप से रक्षा भूमि सहित अन्य जमीन को हड़पने के दर्जन भर से अधिक मामलों की जांच कर रही है।

घोटाले के जरिए गरीबों और वंचितों की जमीन को हड़पा गया

आरोप है कि इन जमीन सौदों के तहत भू ‘माफिया’, बिचौलियों और नौकरशाहों के एक समूह ने कथित तौर पर ‘सांठगांठ’ की और 1932 और उसके बाद की अवधि में जमीन के जाली कागजात और दस्तावेज बनाए। ईडी के सूत्रों ने कहा कि इस घोटाले के तहत गरीबों और वंचितों की जमीन को ‘हड़पा’ गया।

जांच एजेंसी ने स्थानीय नगर निगम द्वारा कुछ व्यक्तिगत पहचान दस्तावेजों की जालसाजी के आरोप में दर्ज कराई गई एक प्राथमिकी को संज्ञान में लेते हुए मामले की पीएमएलए के तहत जांच शुरू की थी।

सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान ईडी ने कई फर्जी मुहर, जमीन दस्तावेज और रजिस्ट्री दस्तावेज बरामद किए हैं।  भाजपा के नेता बाबूलाल मरांडी ने बृहस्पतिवार को एक बयान जारी किया था और सवाल किया था कि ईडी की ताजा कार्रवाई के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन क्या कदम उठाएंगे।

यह दूसरा ऐसा मामला है, जिसमें झारखंड काडर का कोई आईएएस अधिकारी ईडी की जांच के दायरे में आया है। पिछले साल, ईडी ने धन शोधन से जुड़े एक मामले में झारखंड काडर की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापे मारे थे और उन्हें गिरफ्तार किया था।

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