Lucknow: पॉलिसी लेप्स का झांसा देकर केजीएमयू डॉक्टर से ऐंठे 6.33 लाख

इंश्योरेंस कर्मी बन जालसाजों ने फंसाया, फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर पीड़ित ने चौक कोतवाली में दर्ज कराया मुकदमा

Sandesh Wahak Digital Desk: सर आपने किस्त जमा नहीं की है, आपकी पॉलिसी लेप्स हो जाएगी। कुछ ऐसा ही झांसा देकर केजीएमयू के ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रमोद कुमार से इंश्योरेंस पॉलिसी की किस्त जमा करने के नाम पर धोखाधड़ी की गई। इंश्योरेंस कर्मी बनकर फोन करने वाले जालसाजों ने दो खातों में डॉ. प्रमोद से करीब 6.33 लाख रुपये जमा करा लिए। असिस्टेंट प्रोफेसर ने चौक कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।

डॉ. प्रमोद कुमार ने इश्योरेंस पॉलिसी के लिए एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस के एजेंट कौशल साहू से बात की। नवंबर 2021 में केजीएमयू पहुंच कर एजेंट ने असिस्टेंट प्रोफेसर को पॉलिसी के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद डॉ. प्रमोद कुमार ने चार पॉलिसी करा ली। कुछ वक्त बाद एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी को एचडीएफसी लाइफ इश्योरेंस ने टेकओवर कर लिया। इस बात की जानकारी एजेंट के जरिए प्रमोद को मिली। पीड़ित के अनुसार फरवरी 2023 में उन्हें अन्जान नम्बर से फोन आया।

पालिसी के नाम पर दो बैंक अकाउंट से उड़ाए लाखों

कॉल करने वाले ने एचडीएफसी इंश्योरेंस हेड ऑफिस में तैनात कर्मचारी विवेक सक्सेना के तौर पर परिचय दिया। आरोपी ने बताया कि दूसरी किस्त जमा नहीं हुई है। ऐसे में पॉलिसी लैप्स हो जाएगी। विवेक ने असिस्टेंट प्रोफेसर की बात अपने सीनियर आलोक जैन से कराई। जिसने जल्द से जल्द पॉलिसी की किस्त जमा करने के लिए कहा। साथ ही दो बैंक अकाउंट की डिटेल भी भेजी। पॉलिसी लैप्स होने के डर से डॉ. प्रमोद ने बताए गए अकाउंट में करीब 6.33 लाख रुपये जमा करा दिए।

एजेंट ने क़िस्त जमा होने से किया इंकार

इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी किए जाने की डॉ. प्रमोद कुमार को भनक तक नहीं लगी। कुछ वक्त पूर्व एजेंट कौशल साहू ने मुलाकात कर किस्त जमा करने के लिए कहा। यह बात सुनते ही असिस्टेंट प्रोफेसर के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने किस्त के 6.33 लाख रुपये जमा करने की डिटेल एजेंट को दिखाई। अकाउंट चेक करने के बाद एजेंट ने बताया कि आपके पॉलिसी अकाउंट में कोई किस्त जमा नहीं हुई है। यह जानकारी मिलने के बाद डॉ. प्रमोद ने जिन खातों में रुपये जमा कराए थे। उनकी डिटेल हासिल की।

एचडीएफसी बैंक से डिटेल निकलवाने पर पता चला कि ठगों ने डॉ. प्रमोद से सौभाग्य ट्रेडर्स और गौरव नाम के व्यक्ति के खाते में रुपये जमा कराए हैं। पीड़ित असिस्टेंट प्रोफेसर ने चौक कोतवाली पहुंच कर तहरीर दी। आरोपों की जांच के बाद विवेक सक्सेना और आलोक जैन के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई। इंस्पेक्टर केके तिवारी ने बताया कि डॉ. प्रमोद कुमार से अकाउंट नम्बर मिले हैं। जिनकी मदद से आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

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