पाकिस्तान और अफगानिस्तान तत्काल युद्धविराम पर सहमत, कतर में हुई शांति वार्ता में तुर्की ने की मध्यस्थता
Sandesh Wahak Digital Desk: पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के बीच पिछले कुछ हफ़्तों से चल रहे भीषण सैन्य टकराव पर फ़िलहाल विराम लग गया है। दोनों देश तत्काल युद्धविराम (सीज़फ़ायर) पर सहमत हो गए हैं। यह सहमति कतर की राजधानी दोहा में आयोजित एक महत्वपूर्ण वार्ता के दौरान बनी, जिसकी मध्यस्थता (मीडिएशन) तुर्की ने की थी। कतर के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दोनों पक्ष युद्धविराम को स्थायी बनाने और उसे ठीक से लागू करने के लिए आने वाले दिनों में और बैठकें करने पर सहमत हुए हैं।
यह शांति वार्ता दोनों देशों के बीच हाल ही में हुई भयंकर लड़ाई के बाद हुई है। 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता में लौटने के बाद यह सबसे गंभीर सैन्य टकराव था, जिसमें दोनों देशों के कई नागरिक मारे गए और सैकड़ों घायल हुए थे। बैठक में अफ़गानिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने किया, जबकि पाकिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ तालिबान प्रतिनिधियों के साथ बातचीत में शामिल रहे।
अफगान सूत्रों ने इस दौरान दावा किया है कि पिछले चार वर्षों में पाकिस्तानी सेना ने 1,200 से अधिक बार अफ़गानिस्तान की सीमा और 710 बार उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। पिछले हफ़्ते काबुल पर पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद सैन्य झड़पें शुरू हुई थीं। सूत्रों ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी कार्रवाइयों के कारण 2024 की शुरुआत से अब तक 102 नागरिक और अफ़गान सीमा रक्षक मारे गए हैं और 139 घायल हुए हैं। इसके अलावा, विमानों और ड्रोन से बमबारी की 16 घटनाएँ हुई हैं, जिनमें 114 पाकिस्तानी आदिवासी शरणार्थी, अफ़गान नागरिक और अफ़गान सीमा रक्षक मारे गए।

