सिक्किम: अचानक आई बाढ़ से अब तक 14 की मौत, 102 लापता, हेल्पलाइन नंबर जारी

Sandesh Wahak Digital Desk : देश के पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम के उत्तरी भाग में कल ल्होनक झील के पास बादल फटने की घटना ने भयंकर तबाही मचाई है। बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से कम से कम 14 लोगों की मौत की खबर है। वहीं 22 सैन्यकर्मी समेत करीब 102 लोग लापता बताए गए हैं, जिनकी खोज जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम में रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई बाढ़ की स्थिति चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण और बदतर हो गई। लापता लोगों को बचाने के लिए बड़े स्तर पर राहत-बचाव कार्य चलाए गए हैं।

इस बीच भारतीय सेना ने सिक्किम में लापता हुए आम लोगों और सैनिकों के परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए है।

यह हैं नंबर :-

  • उत्तर सिक्किम के लिए: 8750887741
  • पूर्वी सिक्किम के लिए: 8756991895
  • लापता सैनिकों के लिए: 7588302011

अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की पहचान जाहिर नहीं की है, हालांकि इनमें अधिकतर आम नागरिक हैं। उन्होंने बताया कि सुबह लापता हो गए सेना के 23 जवानों में से एक को बाद में बचा लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम में रात करीब डेढ़ बजे शुरू हुई बाढ़ की स्थिति चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने के कारण और बदतर हो गई।

प्रभावित चार जिलों में 26 राहत शिविर स्थापित

सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए 3,000 से अधिक पर्यटकों के राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे होने की सूचना है। इसमें बताया गया कि राज्य सरकार ने आपदा से प्रभावित चार जिलों में 26 राहत शिविर स्थापित किए हैं।

गंगटोक जिले के आठ राहत शिविरों में कुल 1,025 लोगों ने शरण ली है। जबकि 18 अन्य राहत शिविरों में रह रहे लोगों के आंकड़ें अभी उपलब्ध नहीं हुए हैं।

रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) चुंगथांग और मंगन में बचाव कार्यों में राज्य की मदद कर रहा है जहां चार महत्वपूर्ण पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

उन्होंने कहा,’बीआरओ ने भारी बारिश और बेहद खराब मौसम के बीच 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। प्रवक्ता ने कहा,’लापता सैन्यकर्मियों के लिए राहत एवं बचाव अभियान जारी हैं। मंगन जिले में इस आपदा से लगभग 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि पाकयोंग में 6,895, नामचि में 2,579 और गंगटोक में 2,570 लोग प्रभावित हुए हैं।

Also Read : दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर, टॉप-10 में यूपी का यह शहर भी शामिल

Get real time updates directly on you device, subscribe now.