Bihar Politics: आरजेडी विधायक ने किया पुलिस को किया सरेंडर, बोले- मेरी जान को खतरा है

Sandesh Wahak Digital Desk: जबरन वसूली के एक मामले में बिहार पुलिस द्वारा वांछित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक रितलाल यादव ने बृहस्पतिवार को यहां की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
पटना-पश्चिम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शरत आर एस ने बताया कि यादव ने पटना की दानापुर अदालत में आत्मसमर्पण किया है और उसके खिलाफ अन्य कार्यवाहियां की जा रही हैं।’ उन्होंने कहा, ‘‘वह और उनके सहयोगी फिरौती के एक मामले में वांछित थे।’’ अधिकारी ने कहा कि मामले से संबंधित अन्य जानकारियां बाद में साझा की जाएंगी।
जान का बताया खतरा
दानापुर अदालत में आत्मसमर्पण के बाद यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं एक राजनीतिक साजिश का शिकार हूं… मेरी जान को खतरा है… मुझे मारा जा सकता है। अगर मैं जिंदा रहा तो ज़मानत के लिए आवेदन करूंगा। कुछ अधिकारी मेरे खिलाफ हैं… मैं फिर दोहराता हूं, मेरी जान को खतरा है।’’
बिहार पुलिस ने 11 अप्रैल को पटना में जबरन वसूली के एक मामले की जांच के सिलसिले में राजद विधायक रितलाल यादव और उनके करीबियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। पुलिस ने पटना के दानापुर और अन्य इलाकों में 11 स्थानों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई एक बिल्डर की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर की गई थी, जिसमें यादव और पांच अन्य को आरोपी बनाया गया था।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसे बीते कुछ दिनों से आरोपियों की ओर से फिरौती और जान से मारने की धमकी मिल रही थी। साथ ही, संपत्ति से संबंधित कुछ दस्तावेजों में कथित फर्जीवाड़े का भी आरोप लगाया गया था।
शिकायतकर्ता पटना के खगौल इलाके में एक अपार्टमेंट का निर्माण करवा रहा था। पुलिस ने कहा था कि तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की गई थी, जिनमें 10 लाख रुपये नकद, 77 लाख रुपये के चेक, छह खाली चेक, संपत्ति के क्रय-विक्रय से संबंधित 14 रजिस्ट्री दस्तावेज और 17 चेकबुक शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, 11 अप्रैल को छापेमारी के दौरान सभी आरोपी फरार थे।
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